Aligarh News: यूट्यूब से देखकर की गई कसरत बॉडी के लिए है घातक, हार्ट अटैक की बन रहा वजह

Aligarh News: जिम्नेज़ियम क्लब के कोच मज़हर उल कमर का मानना है कि यूट्यूब से देखकर की गई कसरत (एक्सरसाइज) बॉडी के लिए घातक हो सकती है। ज़्यादातर अनट्रेन जिम ट्रेनर हैं, गलत ऐक्सरसाइज हार्ट अटैक अटैक की भी वजह बन सकती है।

Update: 2024-08-29 10:33 GMT

यूट्यूब से देखकर की गई कसरत बॉडी के लिए है घातक, हार्ट अटैक की बन रहा वजह: Photo- Newstrack

Aligarh News: छात्रों के लिए पढ़ाई के दौरान सुबह की सैर और व्यायाम लाभदायक है। ऐसे में परीक्षार्थी प्रतिदिन सुबह आधा घंटा योग व व्यायाम पर अवश्य दें। परीक्षा में इसके परिणाम सकारात्मक होंगे। इस कार्य में अभिभावक भी बच्चों का साथ दें। इससे उनका दिमाग तो तेज होगा ही साथ ही शरीर भी स्वस्थ रहेगा। परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ बच्चे योग और व्यायाम पर विशेष ध्यान दें तो तैयारी अच्छी होगी। सुबह जल्दी उठकर कुछ दूर सैर करने के बाद करीब आधा घंटा तक परीक्षार्थियों को एक्सेरसाइज, योग आदि करना चाहिए। इससे शरीर के साथ ही मन और मस्तिष्क दोनों सही रहेगा।

जिम्नेज़ियम की एक्सरसाइज क्यों हो जाती है घातक?

ऐसे जिम्नेज़ियम में जहां ताजा हवा नही आती हो, क्रॉस वेंटिलेशन नहीं होता, उचित ऑक्सीजन न मिलती हो, जिम की क्षमता से ज्यादा भीड़ हो ट्रेनी के ध्यान के बगैर अपनी शारीरिक क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करना घातक साबित होता है।

एएमयू जिम्नेज़ियम क्लब

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) जिम्नेज़ियम क्लब के कोच मज़हर उल कमर ने ईटीवी भारत को खास बातचीत ने बताया यूट्यूब से देखकर की गई कसरत (एक्सरसाइज) बॉडी के लिए घातक हो सकती है। अलीगढ शहर में लगभग 250 जिम में ज़्यादा तर है अनट्रेन जिम ट्रेनर, नौजवान जोश में और जल्दी बॉडी बनाने के लिए गलत एक्सरसाइज करते हैं और यही गलत ऐक्सेरसाइज बन सकती है हार्ट अटैक की वजह।

ऑनलाइन में एक्सरसाइज करने वाला अपनी शारीरिक क्षमता के मुताबिक ही एक्सरसाइज करके दिखाता है, लेकिन उसे देखकर करने वाला अपनी शारीरिक क्षमता के मुताबिक एक्सेस नहीं करता है और एक्सरसाइज के साथ अच्छा भोजन और आराम करना भी बहुत जरूरी होता है।

अलीगढ़ और दूसरी जगह पर जीम, बेसमेंट और ऐसी जगह पर बनाए जाते हैं जहां पर कोई नहीं आता जाता और ऐसी जगह पर ताजा हवा नहीं पहुंचती क्योंकि क्रॉस वेंटिलेशन नहीं होता जो बहुत जरूरी होता है।जिसकी वजह से नौजवानों को जिम करने के दौरान उचित ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है।

मजहरूल कमल ने बताया जिस तरीके से ज्यादा खाना खाने से बदहजमी हो जाती है, पेट खराब हो जाता है। इसी तरह शारीरिक क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी बीमारियां होती हैं और हार्ट अटैक जैसे हादसे सामने आते हैं।

नौजवान जोश में अपनी शारीरिक क्षमता से ज्यादा वजन उठाते हैं और एक्सरसाइज करते हैं। उनकी एक्सरसाइज पर जिम ट्रेनर भी ध्यान नहीं दे पता है इसलिए नौजवान के जरिए की गई ये एक्सरसाइज शरीर को चुस्त और तंदुरुस्त बनाने के बजाय उनके लिए घातक साबित हो रही है।

कोई भी एक्सरसाइज शारीरिक क्षमता के मुताबिक ही होती है लेकिन आजकल नौजवान अपनी शारीरिक क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं इसीलिए नौजवानों के लिए एक्सरसाइज खतरनाक साबित हो रही है। जिम ट्रेनर को नौजवान पर खास ध्यान रखना चाहिए, उसकी शारीरिक क्षमता के मुताबिक ही उसको एक्सरसाइज करवा और जिम करने वाले नौजवानों को चाहिए कि वह ऐसी जगह जिम करने जाएं जहां पर ताजा हवा आती हो और बहुत ज्यादा भीड़ नही हो और जिम ट्रेनर भी जिम करने वाले नौजवानों पर ध्यान दें।

शारीरिक क्षमता के अनुसार करें एक्सरसाइज

नौजवानों को लगता है कि सिर्फ जिम में जाकर जोश में ज्यादा वजन उठाने से बॉडी बन जाएगी और वह तंदुरुस्त हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। शारीरिक क्षमता के मुताबिक की एक्सरसाइज करना चाहिए और सिर्फ जिम में जाकर भारी वजन उठाने से बॉडी नहीं बनती है। अपने शरीर को तंदुरुस्त बनाने के लिए नौजवानों को खुले आसमान के नीचे ताजा हवा में एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है और एक्सरसाइज के साथ अच्छा भोजन और आराम करना भी बहुत जरूरी होता है।

एएमयू जिमिस्म क्लब में जिम करने वाले छात्रों ने बताया कि यहां पर जिम ट्रेनर और कोच हमारा ध्यान रखते हैं, यहां पर बाहर की ताजा हवा भी आती है, सभी छात्र अपनी क्षमता के मुताबिक ही एक्सरसाइज करते हैं यहां का माहौल बहुत अच्छा रहता है और यहां पर लगाए गए सभी इक्विपमेंट भी अच्छे हैं।

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