कल हाईकोर्ट के अधिवक्ता नहीं करेंगे न्यायिक कार्य, ये है वजह

Update: 2019-08-08 15:16 GMT

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने शैक्षिक न्यायाधिकरण की पीठ प्रयागराज के बजाए राजधानी लखनऊ में स्थापित करने के सरकारी प्रस्ताव के विरोध में शुक्रवार 9 अगस्त को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है।

हाईकोर्ट बार ने इस निर्णय का विरोध करते हुए न्यायाधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग की है।

क्योंकि प्रयागराज प्रदेश की न्यायिक राजधानी है।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने मध्य प्रदेश की तरह उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने की भी मांग की है।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की सभा की अध्यक्षता राकेश पांडेय तथा संचालन महासचिव जे बी सिंह ने किया।

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बार ने अध्यक्ष एवं महासचिव को इस सम्बन्ध में जरूरी कदम उठाने के लिए अधिकृत किया गया है।

सभा में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र ‘गांधी’, वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व अध्यक्ष आर के ओझा,

पूर्व महासचिव प्राणेश दत्त त्रिपाठी, बार काउंसिल सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेंद्र नाथ सिंह,

श्रीकांत केशरवानी, प्रियदर्शी त्रिपाठी, आशुतोष पाण्डेय, सर्वेश कुमार दुबे आदि अधिवक्ता मौजूद थे।

आदर्श अधिवक्ता संघ हाईकोर्ट के अध्यक्ष शरद चन्द्र मिश्र, विजय चन्द्र श्रीवास्तव, सभाजीत सिंह, अशोक सिंह, पूजा मिश्रा,

अरविन्द गोस्वामी, राजेश त्रिपाठी, रमेश चंद्र पांडेय, आराधना चौहान आदि ने बार के प्रस्ताव का समर्थन किया है।

लॉयर्स वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह कलहंस, महासचिव मनीष द्विवेदी,

जूनियर लॉयर्स एसोसिएशन के सचिव जी पी सिंह ने सभी अधिवक्ताओं से विरोध में न्यायिक कार्य से विरत रहने की अपील की है।

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