IAS Aspirants Death: नम आंखों से बेटी श्रेया को दी अंतिम विदाई, पिता ने दी मुखाग्नि

IAS Aspirants Death: आईएएस बनने का सपना लेकर दिल्ली गयी बेटी के पार्थिव शरीर को देख परिजनों का बुरा हाल था। सोमवार सुबह सभी ने नम आंखों से बेटी श्रेया को अंतिम विदाई दी।

Update: 2024-07-29 06:07 GMT

नम आंखों से बेटी श्रेया को दी अंतिम विदाई (न्यूजट्रैक)

IAS Aspirants Death: देश की राजधानी दिल्ली में बीते शनिवार को राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गयी थी। जिसमें उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जनपद की श्रेया यादव भी थी। सोमवार सुबह श्रेया के पार्थिव शरीर को टांडा तहसील के महादेवा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

रविवार शाम श्रेया का पार्थिव शरीर गांव अकबरपुर तहसील के हासिमपुर बरसावां पहुंचा। जहां बेटी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। आईएएस बनने का सपना लेकर दिल्ली गयी बेटी के पार्थिव शरीर को देख परिजनों का बुरा हाल था। सोमवार सुबह सभी ने नम आंखों से बेटी श्रेया को अंतिम विदाई दी।

टांडा तहसील के सरयू नदी के तट पर स्थित महादेवा घाट पर एसडीएम सदर सौरभ शुक्ल की उपस्थिति में पिता राजेंद्र यादव ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस दौरान घाट पर भी लोगों की भारी भीड़ मौजूद रही। सभी श्रेया के अचानक चले जाने से दुखी थे और हादसे को लेकर चर्चा कर रहे थे।

पढ़ाई में होनहार थी श्रेया

हाईस्कूल और इंटर में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने के बाद श्रेया ने सुल्तानपुर के केएनआई से बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की थी। श्रेया बचपन से ही पढ़ने में होशियार थी। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली श्रेया आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रही थी। अपने सपने को पूरा करने के लिए वह जी-जान से मेहनत भी कर रही थी।

बेटी के सपने को पूरा के लिए पिता राजेंद्र यादव ने दिल्ली के प्रतिष्ठित राव आईएएस कोचिंग सेंटर में बीते मई माह में ही प्रवेश दिलाया था। रोजाना की तरह ही श्रेया 27 जुलाई को भी कोचिंग गयी थी। वह कोचिंग के बेसमेंट में अन्य अभ्यर्थियों के साथ ही पढ़ाई कर रही थी। जहां अचानक बारिष का पानी घुसने के चलते श्रेया समेत तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गयी।

इकलौती बहन के खोने पर भाई का रूंधा गला

राजेंद्र यादव की तीन संतानों में श्रेया दूसरे नंबर पर थी। बड़े भाई अभिषेक ने केंद्रीय विष्वविद्यालय हरियाणा से मास कम्युनिकेषन में मास्टर डिग्री हासिल की है। वहीं तीसरा भाई अवनीष षिवजी कुषलावती इंटर कॉलेज पलई कल्याणपुर में कक्षा सात में पढ़ रहा है। इकलौती बहन के अचानक इस तरह चले जाने से परिजनों के साथ ही दोनों भाईयों का भी हाल बेहाल है।

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