दबंगों के डर से पीड़ित परिवार ने छोड़ा घर, एसपी से लगाई इंसाफ की गुहार
लूटपाट, मारपीट व अस्मत लूटने का असफल प्रयास करने की शिकायत दर्ज कराना पीड़ित परिवार को भारी पड़ गया है।
Amethi Crime News: बेटी की शादी के मौके पर दबंगों की तरफ से लूटपाट, मारपीट व अस्मत लूटने का असफल प्रयास करने की शिकायत दर्ज कराना पीड़ित परिवार को भारी पड़ गया है। पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने से दबंगों के हौसले इतने बुलंद है कि पीड़ित परिवार को घर तक छोड़ना पड़ गया है। दबंगों की तरफ से पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जिससे पीड़ित परिवार एसपी कार्यालय पहुंचकर परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। मामला अमेठी जनपद के फुरसतगंज थानाक्षेत्र के सहमसी गांव का है।
जानकारी के मुताबिक जनपद के फुरसत गंज थाना क्षेत्र अंतर्गत सहमसी गांव निवासी मोहम्मद युनूस की लड़की की शादी के लिए बीते सात जून को थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रायबरेली के हरचंदपुर थाना क्षेत्र के हुसैनगंज से बारात आई हुई थी। युनूस की बेटी रुखसार निकाह के लिए तैयार की जा रही थी कि बाहर बारातियों के खाना खाते समय गांव के कुछ दबंग भी खाने के लिए बैठ गए। आरोप है़ कि इस दौरान घराती दबंगों ने बरातियों के साथ गाली-गलौज और मारापीट की। इतना ही नहीं बारातियों की गाड़ियां भी तोड़ डाली। इन लोगों ने लड़की की अस्मत भी लूटने की कोशिश की साथ ही उसके गहने भी छीन लिए। इसकी सूचना पुलिस का दी गई, जिस पर पुलिस के संरक्षण में निकाह का कार्यक्रम संपन्न हुआ और लड़की की विदाई हो पाई। वहीं पुलिस ने मोहम्मद यूनुस की तहरीर पर दबंगों के खिलाफ मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले से पल्ला झाड़ लिया।
पुलिस के पास जाना पड़ गया मंहगा
यूनुस का पुलिस के पास जाना दबंगों को नागवार गुजरा। बताया जा रहा है कि दबंग पैसे और पकड़ वाले हैं, जिन्हें पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है। इसके चलते पीड़ित परिवार का गांव में रहना मुहाल हो गया है। आलम यह है कि दबंगों की धमकी के चलते पीड़ित परिवार गांव छोड़ दिया है।
पीड़ित ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
यूनुस की पत्नी फातिमा का कहना है कि इसके बाद हम थाने पर गए। लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी, उल्टे हमें ही गालियां देकर भगा दिया। थक हार कर पीड़ित पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह की चौखट पर पहुंचे। पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक को अपनी व्यथा सुनाई। वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह अपना घर बेचकर कहीं और चले जाएंगे।