श्रेया मिश्रा का वायरल वीडियो विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर लगा रहा मोहर
डीपीआरओ श्रेया मिश्रा रिश्वत प्रकरण में वायरल वीडियो ने विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर मोहर लगा दिया है।
Amethi News: डीपीआरओ श्रेया मिश्रा रिश्वत प्रकरण में वायरल वीडियो ने विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर मोहर लगा दिया है। वीडियो वायरल होते ही विभाग सहित जनपद के आलाधिकारियों में खलबली मच गई है। वहीं डीपीआरओ के पक्ष में कर्मचारी संघ द्वारा धरना प्रदर्शन कर उच्च स्तरीय जांच की मांग करने वालों पर करारा तमाचा भी है।
मालूम हो कि पांच दिन पहले अमेठी जनपद में जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा को विजलेंस टीम ने ने रंगे हाथ रिश्वत लेते उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया था। बुधवार को श्रेया मिश्रा के कार्यालय में पैसा लेते हुए दो वीडीओ वायरल हो रहा है।
वीडियो में रुपए लेते साफ दिख रही श्रेया मिश्रा
पहला वीडियो एक मिनट का है उस वीडियो में आरोपी श्रेया मिश्रा अपने कार्यालय में अपने चेयर पर बैठी हुई हैं। मंद हास करते हुए अपना हाथ उठाती हैं। मुस्कराते हुए पांच सौ के नोटो की गड्डी लेती है, उसके बाद उन रुपयों को अपने बैग में रखती हैं। उसके बाद कार्यालय की फाइल पलटने लगती हैं। वहीं दूसरा वीडियो 28 सेकेंड का है। जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी पांच सौ की नोटों को लेकर अपने टेबल की दराज में रखते हुए साफ नजर आ रही हैं। रुपयों को रखने के बाद सांकेतिक भाषा में कुछ बात करतीं नजर आ रही हैं।
गोरखपुर जेल में निरुद्ध हैं आरोपी अधिकारी
फिलहाल मामले की आरोपी इस समय गोरखपुर जेल में निरुद्ध हैं। जिले में उनके चाहने वाले कर्मचारी और अन्य लोग उनके पक्ष में लामबंद हैं। वीडियो देखने के बाद भी वे मानने को तैयार नहीं हैं। कुछ लोग वायरल वीडियो को पुराना बता रहे हैं। वायरल वीडियो जहां विजिलेंस टीम की कार्रवाई को पुख्ता कर रहा है, वहीं उनके पक्ष में लामबंद होकर विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर सवाल खड़े करने वाले लोगों पर करारा तमाचा भी है।
तिलोई विधायक से मिलकर पेश की थी सफाई
उपरोक्त घटना में एक सुशील सिंह नाम के सफाई कर्मचारी का नाम आया था। इस मामले में जिले के पंचायत विभाग के अधिकारी लामबंद हो कर जिला अधिकारी कार्यालय के सामने बकायदा धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को देकर उच्च स्तरीय जांच की मांग किए थे। साथ ही घटना को सफाई कर्मचारी सुशील सिंह की साजिश करार दिया था। कर्मचारियों और उनके संगठन के पदाधिकारियों ने सफाई कर्मी पर कठोर कार्यवाही की मांग की थी। प्रदर्शन का सिलसिला यही नहीं रुका आज भी तिलोई ब्लाक के कर्मचारियों ने तिलोई विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह को ज्ञापन देकर विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया था। यही नहीं सोशल मीडिया पर भी लोगों ने श्रेया मिश्रा को ईमानदार अधिकारी का सर्टिफिकेट दे रहे थे।