Amethi News : 'जनता के साथ अन्याय कर रहे अधिकारी', बीजेपी एमएलसी शैलेन्द्र सिंह का छलका दर्द
Amethi News : सेंट्रल बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी एमएलसी शैलेन्द्र सिंह का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों की बात को न सुने जाने का आरोप लगाया है।;
Amethi News : बीजेपी के विधान परिषद सदस्य शैलेंद्र सिंह ने मंच से अधिकारियों की कार्य शैली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिले में ऐसे अधिकारी हैं, जो उच्चाधिकारियों के निर्देश का हवाला देकर बात नहीं सुनते हैं। उन्होंने पीड़ितों के साथ अधिकारियों पर न्याय न देने का आरोप लगाया है। वहां मौजूद डीएम और एडीएम का ध्यानाकर्षण कराने का प्रयास भी किया।
सेंट्रल बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी एमएलसी शैलेन्द्र सिंह का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने सार्वजनिक मंच से अधिवक्ताओं एवं वहां मौजूद अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां एक एसडीएम हैं, जो फोन करने पर कभी डीएम साहब का नाम ले लेते हैं, कभी एडीएम साहब का नाम ले लेते हैं। कभी पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों का नाम ले लेते हैं। कहते हैं कि उनका फोन आया है तो इसलिए हम ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो जिस सीट पर बैठा है, उसको अपने हिसाब से उचित निर्णय लेना चाहिए।
जानिए क्या है प्रकरण
एक प्रकरण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमने एडीएम साहब के पास एक पीड़ित महिला किरण सिंह के पति को भेजा। तब एडीएम साहब ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमने किसी को कोई फोन नहीं किया था। उन्होंने आगे कहा कि एक महिला एसडीएम साहब के न्यायालय में जा रही है। एसडीएम असलम साहब कोई कागजात नहीं दे रहे हैं। जिला अधिकारी की तरफ संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी जिज्ञासा है कि क्या यह उचित है या अनुचित है, इससे मुझे अवगत कराया जाए? क्या कोई भटक रहा है तो उसे कागजात मिलेंगे या नहीं मिलेंगे। यह भी एक बड़ा सवाल है। उसे क्यों निर्माण नहीं करने दिया जा रहा है, दोनों बिंदुओं पर आप लोग जांच कराएं।
जब पत्रकारों ने विधान परिषद सदस्य शैलेन्द्र सिंह से पूछा तो उन्हाेंने कहा कि अभी हमने दो मामलों का उदाहरण दिया। जिसमें एक मामला टांडा ग्राम सभा का है। यह भाले सुल्तान थाना क्षेत्र का एक गांव है। दूसरा मामला जामो थाना क्षेत्र के चिटहौला गांव का है। दोनों मामलों में प्रशासन द्वारा नाजायज काम किया गया है। उनके साथ उत्पीड़न हुआ, दो को छोड़ दिया गया है और दो को जेल भेज दिया गया। इस बारे में हमने प्रशासन से उचित जांच करने की मांग किया है। उन्होंने आगे कहा कि टांडा गांव की किरन सिंह दर-दर भटक रही है। उसकी जमीन है फिर भी निर्माण नहीं कर पा रही है।
मेरे मन में थी पीड़ा
न्यायालय जाती है, जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट असलम उसको कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है। कहते हैं जब तारीख पड़ेगी, तब बताएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किरन सिंह जी प्रश्नोत्तरी के माध्यम से यह जानकारी चाहती हैं कि स्टे है कि नहीं है तो इसे उनको उपलब्ध कराना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आगे यह लोग सब ठीक हो जाएंगे, जो मन में पीड़ा थी मैंने आज उसको मैंने व्यक्त किया। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि आप भी मानते हैं कि अमेठी में पीड़ितों को न्याय नहीं मिल रहा है तो उन्होंने कहा कि सब की बात मैं नहीं कर रहा हूं, जो मैंने दो उदाहरण दिया है। उसी से अधिकारी लोग सजग हो जाएंगे और पूरे जनपद में ईमानदारी से काम करेंगे।
बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को दिलाई गई शपथ
बता दें कि अमेठी जिले के गौरीगंज कलेक्ट्रेट परिसर में सेंट्रल बार एसोसिएशन का शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न हुआ। सेंट्रल बार एसोसिएशन कार्यकारिणी में अध्यक्ष समेत नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह के साथ विधान परिषद सदस्य शैलेंद्र सिंह के साथ अधिकारी और अधिवक्ता शामिल हुए।जिलाधिकारी ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को बधाई देते हुए कहा कि यह नई कार्यकारिणी सफलता की ओर अग्रसर हो।
इसके साथ ही सभी वादकारियों को न्याय मिल सके, यही सबकी जिम्मेदारी होनी चाहिए। अपनी शपथ का एक-एक शब्द अधिवक्ता जन सेवा में लगाएं, यही हमारी आशा है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान विधायक राकेश प्रताप सिंह ने भी सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारी को शुभकामनाएं दी और हमेशा अधिवक्ताओं के साथ खड़े रहने की बात कही।