Amethi News: सन्यासी के रूप में आया युवक निकला फर्जी, मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

Amethi News: जिले के जायस थाना क्षेत्र के खरौली गांव में एक पखवारे पूर्व सन्यासी के वेश में आए युवक की पोल खुलती नजर आ रही है।सन्यासी खतौली गांव के रतीपाल सिंह का बेटा होने का दावा कर रहा था।

Update: 2024-02-10 17:00 GMT

Amethi News (Pic:Newstrack)

Amethi News: यूपी के अमेठी में संन्यासी के वेश में आए युवक के मामले में नया मोड़ आ गया गया है। घर वापसी के लिए भारी भरकम रकम की मांग करने वाले कथित सन्यासी ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है। सन्यासी जिसे अपना पिता बता रहा था। उसकी तहरीर पर पुलिस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। पुलिस को भी मामला प्रथम दृष्टया जाल साजी लग रहा है। जिले के जायस थाना क्षेत्र के खरौली गांव में एक पखवारे पूर्व सन्यासी के वेश में आए युवक की पोल खुलती नजर आ रही है।सन्यासी खतौली गांव के रतीपाल सिंह का बेटा होने का दावा कर रहा था। उसने अपनी पहचान गांव के रहने वाले रती पाल पाल सिंह के बेटे अरुण के रूप में बताया था। गांव में आए सन्यासी ने दावा किया था कि वह लगभग बीस वर्ष पहले दिल्ली से गायब हो गया था।

रास्ते में उसे कुछ साधु सन्यासी मिले थे। तब से वह उन्हीं के साथ सन्यासी के वेश में रहने लगा था। सन्यासी जीवन के विधान के अनुसार किसी भी संन्यासी को सन्यासी का दर्जा तभी मिलता है। जब वह अपनी मां से भिक्षा लेता है। सन्यासी ने दावा किया था कि वह वहीं विधान पूरा करने के लिए गांव आया है। जब उसके माता-पिता उसे मिले थे तो वह घर रहने के लिए राजी हो गया। जब उसके माता-पिता उसे अपने घर में रहने के लिए बोले तो उसने बताया कि जिस मठ में हम रहते हैं हमारे गुरु जी का आदेश है कि भंडारे के लिए 11 लख रुपए देकर ही हमें घर में रहने की अनुमति मिल सकती है। जिस पर रती पाल ने कहा कि मेरे पास इतना पैसा नही है। काफी बातचीत के बाद 3 लाख 60000 रुपए में बातचीत ठीक हुई।

इसके बाद उसके पिता ने उसे रुपया देने के लिए राजी हो गए। तब उसने बताया कि हम पैसा गांव में नहीं लेंगे उसके लिए हमारे मठ में आना होगा। इसी बीच उसने एक खाता नंबर भी दिया जिसमें उसके घर वाले लगभग ₹12000 ट्रांसफर भी किया। जब रातिपाल को मामला संदिग्ध लगा तो उसने उसकी जांच पड़ताल शुरू की और पुलिस के पास पहुंच गए। फिलहाल पुलिस ने उन्हें पैसा देने से मना किया। लेकिन उसका एफआईआर दर्ज नहीं किया। इसके बाद से लगातार रती पाल सिंह पैसा देने के लिए उस सन्यासी से संपर्क में बने रहे।

इसी बीच पता चला कि वह युवक गोंडा का रहने वाला है। उसके कई अन्य वीडियो भी इस तरह के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जो कई जगह से पैसा लेकर लोगों के साथ ठगी करता है। अब पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करने जा रही है। पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अमेठी ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है। मामले में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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