Udaipur Murder: अमित जानी ने की कन्हैया लाल साहू के परिजनों को आर्थिक मदद देने की घोषणा, कहा- योगी जैसे CM की जरूरत

Udaipur Murder: अमित जानी ने कन्हैया लाल साहू के परिजनों को आर्थिक मदद देने की घोषणा करते हुए कहा कि समूचे देश के हर प्रदेश, राज्य में एक योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री चाहिए।

Report :  Sushil Kumar
Update:2022-06-29 16:01 IST

अमित जानी: photo - social media

Meerut News: उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना (Uttar Pradesh Navnirman Sena) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी (Amit Jani) ने उदयपुर में धार्मिक आधार पे दरिंदगी के साथ कत्ल किये गये कन्हैया लाल साहू (kanhaiya lal sahu murder case) के परिजनों को आर्थिक मदद (financial aid) देने की घोषणा की है। उन्होंने आज यहां बताया कि वे उदयपुर राजस्थान् (Udaipur Rajasthan) जाकर मृतक के परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद (Financial assistance of one lakh rupees) देंगे।

घटना की निंदा करते हुए अमित जानी ने कहा कि ऐसे लोगों को उकसाने वाले तत्वों को भी इस हत्या के मुक़दमे मे नामजद किया जाना चाहिए। हत्या के आरोपी पे जो धाराएं लगी है उन्ही धाराओं ने उन लोगों को भी गिरफ्तार करना चाहिए जो एक महीने से सोशल मीडिया के जरिये ""सर तन से जुदा"" जैसे भड़काऊ नारे लिख रहे थे। भारतीय दंड सहिंता (indian penal code) के अनुसार हत्या करने वाला और हत्या के लिए उकसाने वाला दोनों की एक धारा में निरुद्ध किये जाते हैं। इस मुक़दमे में हत्या के लिए उकसाने पे हजारों लोगों पर कार्यवाही होगी तो देश में ये नजीर बनेगी।

हर राज्य में एक योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जैसा मुख्यमंत्री चाहिए- अमित जानी

अमित जानी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार में कभी शोभायात्रा पे पत्थरबाजी होती है तो कभी रामभक्तों को रामनवमी मनाने से रोका जाता है आज उदयपुर की घटना से ये साबित हो गया कि समूचे देश के हर प्रदेश, राज्य में एक योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जैसा मुख्यमंत्री चाहिए। उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना कन्हैया लाल साहू के मुद्दे पर राजस्थान बीजेपी (BJP) के साथ मिलकर कांग्रेस मुक्त राजस्थान में सहयोग करेगी। अमित जानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) पे आरोप लगाया कि वे हिन्दुओ को कन्हैया के परिवार के पास जाने से रोक रहे है । धारा 144 के नाम पे प्रदर्शन को रोका नही जा सकता।

अमित जानी एक बार फिर नई राह पकड़ने की तरफ

बता दें कि लखनऊ में बसपा सुप्रीमों मायावती (BSP supremo Mayawati) की मूर्ति तोड़ मीडिया की सुर्खियों में आये अमित जानी शिवपाल यादव की पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष थे। अमित जानी मेरठ की सिवलखास विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। समाजवादी पार्टी के गठबंधन में यह सीट आरएलडी को मिल गई। जिसके बाद अमित ने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया। उन्हें 15 जनवरी को कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने दिल्ली में पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन, अब राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अमित जानी ने जिस तरह अपनी आवाज बुलन्द की है उससे साफ है कि अमित जानी एक बार फिर नई राह पकड़ने की तरफ हैं।

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