'हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं...किसान धैर्य रखें', Farmers Protest पर बोले जयंत चौधरी
Jayant Chaudhary on Farmers Protest: जयंत चौधरी अमरोहा पहुंचे थे। वो यहां 24 दिसंबर को सड़क हादसे में जान गंवाने वाले हाकमपुर ग्राम प्रधान विशाल, राजन और मनोज के परिजनों से मिले।
Jayant Chaudhary on Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर किसानों विरोध-प्रदर्शन के बीच राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी (RLD Chief Jayant Chaudhary) ने शुक्रवार (23 फरवरी) को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'किसानों को धैर्य रखना चाहिए। मुद्दे का समाधान जरूर निकलेगा'। जयंत चौधरी ने ये बातें अमरोहा में कही।
जयंत चौधरी ने पंजाब-हरियाणा की खनौरी सीमा पर पुलिस के साथ झड़प में एक युवा किसान की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दोनों पक्षों से संयम बरतने की भी अपील की। बोले, 'किसान धैर्य रखें, समाधान अवश्य निकलेगा। हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।'
INDIA छोड़ NDA के साथ जयंत
दरअसल, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी 24 दिसंबर को सड़क हादसे में जान गंवाने वाले हाकमपुर ग्राम प्रधान विशाल, राजन और मनोज के परिजनों से मिलने अमरोहा गए थे। उन्होंने मृतक के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। गौरतलब है कि, हाल में जयंत ने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली एनडीए का दामन थाम लिया।
सत्यपाल मलिक के घर CBI रेड पर जयंत की चुप्पी
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी का सामना मीडिया से हुआ। पत्रकारों ने उनसे योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल में भागीदारी, लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग और कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) के घर सीबीआई रेड से जुड़े सवालों के जवाब उन्होंने नहीं दिए। जयंत ने चुप्पी साध ली।
कांग्रेस-सपा गठबंधन को शुभकामनाएं
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है। वो यहां पीड़ित परिवारों के शोक में शामिल होने आए हैं। इसलिए राजनीति से जुड़े किसी भी सवाल पर चर्चा नहीं करना चाहते। जयंत ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच हुए गठबंधन पर अपनी ओर से शुभकामनाएं दीं।
'किसानों की सभी जायज मांगों का समाधान हो'
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'किसानों की सभी जायज मांगों का समाधान होना चाहिए। किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव है। इस मुद्दे पर सरकार और किसानों के बीच बातचीत बंद नहीं होनी चाहिए। समस्या का समाधान जल्द से जल्द होगा।'