UP Cabinet Expansion: तीसरी बार चुनाव जीतकर रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार, कहा- चौधरी साहब के आशीर्वाद से मिली कामयाबी

UP Cabinet Expansion: रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने मंगलवार की सुबह ही फोन पर उन्हें मंत्री बनाए जाने की जानकारी दी थी। इसके लिए उन्होंने पार्टी मुखिया जयंती चौधरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब के आशीर्वाद से ही मुझे मंत्री बनने में कामयाबी मिली है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-03-05 17:16 IST

तीसरी बार चुनाव जीतकर रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार, कहा- चौधरी साहब के आशीर्वाद से मिली कामयाबी: Photo- Social Media

UP Cabinet Expansion: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार का आज बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार किया गया। योगी सरकार में रालोद कोटे से अनिल कुमार को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने हाल में सपा के साथ गठबंधन तोड़ते हुए एनडीए में शामिल होने का फैसला किया था। इसके बाद माना जा रहा था कि रालोद कोटे से विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।

रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर जिले की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट पुरकाजी से जीत हासिल की थी। यह उनकी विधायक के रूप में तीसरी जीत थी। इससे पूर्व उन्होंने 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की थी।

रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने मंगलवार की सुबह ही फोन पर उन्हें मंत्री बनाए जाने की जानकारी दी थी। इसके लिए उन्होंने पार्टी मुखिया जयंती चौधरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब के आशीर्वाद से ही मुझे मंत्री बनने में कामयाबी मिली है।

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कड़े मुकाबले में जीती थी सीट

रालोद विधायक अनिल कुमार ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में मुजफ्फरनगर की पुरकाजी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी। वे तब तक समाजवादी पार्टी में थे मगर उन्होंने रालोद के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रमोद ऊटवाल और अनिल कुमार के बीच पहले राउंड से लेकर अंत तक कड़ा संघर्ष चला था मगर आखिरकार अनिल कुमार ने बाजी मार ली थी। इससे पूर्व अनिल कुमार ने 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की थी।

भाजपा को हराकर लिया था बदला

2017 के विधानसभा चुनाव में प्रमोद ऊटवाल ने पुरकाजी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी। उस समय अनिल कुमार बसपा से लड़े थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। इससे पहले 2007 में अनिल कुमार चरथावल से चुनाव जीते थे। चरथावल सीट का एक बड़ा हिस्सा काटकर पुरकाजी सीट बनाई गई।

पुरकाजी सुरक्षित विधानसभा सीट पर पहली बार 2012 में चुनाव हुआ तो अनिल कुमार ने इस सीट पर बसपा के टिकट पर चुनावी जीत हासिल की थी। पुरकाजी सीट पर शहर से सटा एक बड़ा हिस्सा भी आता है।

2022 के चुनाव में इस सीट पर खास बात यह रही कि मुस्लिमों और जाट समाज का अधिकतम वोट सीधे रालोद प्रत्याशी के खाते में जाता दिखाई दिया। इसके साथ ही दलित मतदाताओं का समर्थन भी अनिल कुमार को ही हासिल हुआ था।

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चौधरी साहब के आशीर्वाद से बना मंत्री

अनिल कुमार का कहना है कि रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने आज सुबह उन्हें फोन करके लखनऊ पहुंचने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब का फोन आने के बाद मेरे पास शब्द नहीं थे कि मैं किन शब्दों में उन्हें धन्यवाद कहूं। उन्होंने मेरे लिए इतना बड़ा काम किया है जो हर नेता नहीं करता। रालोद विधायक ने कहा कि चौधरी साहब ने अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मंत्री बनने का मौका दिया है। चौधरी साहब के आशीर्वाद से ही मैं मंत्री बनने में कामयाब रहा हूं।

दलित समीकरण साधने का प्रयास

अनिल कुमार को मंत्री बना कर दलित समीकरण साधने का भी प्रयास किया गया है। पुरकाजी सुरक्षित सीट है जिस पर चुनाव जीतने के बाद अनिल कुमार को मंत्री बनाया गया है। माना जा रहा है कि मुजफ्फरनगर सीट पर जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को इसका बड़ा सियासी फायदा मिल सकता है। भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद को चुनाव लड़ने के लिए बागपत और बिजनौर सीटें दी हैं जबकि मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी को उतारा जाएगा।

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