संदिग्ध लोगों की एंटीजन जांच की जाए: CM योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संदिग्ध लोगों की एण्टीजन जांच की जाए।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-05-06 17:14 GMT

फोटो— मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (साभार— सोशल मीडिया)

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का प्रदेशव्यापी अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए आरआरटी तथा टेस्टिंग टीम की संख्या को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि संदिग्ध लोगों की एण्टीजन जांच की जाए। टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे अस्पताल अथवा क्वारण्टीन सेण्टर या होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। होम आइसोलेशन के लिए सम्बन्धित व्यक्ति को मेडिकल किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायी जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में विगत 6 दिनों में कोरोना के एक्टिव मामलों में आयी 50 हजार से अधिक की कमी पर संतोष व्यक्त करते हुए उपचार व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने को कहा हैं। उन्होंने कहा कि 'टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट' की नीति के अनुरूप राज्य सरकार के प्रयास प्रभावी सिद्ध हो रहे हैं। मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अवगत कराया गया कि विगत 30 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना के एक्टिव रोगियों की अब तक की सर्वाधिक संख्या 3,10,783 दर्ज की गयी थी, जो कम होकर अब 2,59,844 हो गयी है। यह जानकारी भी दी गयी कि विगत 24 घण्टे में संक्रमण के 26,780 नये मामले सामने आये, जबकि 28,902 लोग संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो गये।

योगी ने कहा कि प्रदेश में एक ओर जहां औसतन 2 लाख से ढाई लाख टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नये केस में गिरावट आयी है। साथ ही, स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बैठक में अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टे में कोविड-19 के 2,25,670 टेस्ट किये गये, जिसमें 1,12,000 से अधिक टेस्ट आरटीपीसीआर विधि से हुए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य सुचारु ढंग से संचालित हो रहा है। अब तक 1 करोड़ 32 लाख 55 हजार 955 वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। सतत प्रयासों से वैक्सीन वेस्टेज में कमी आयी है। अधिक संक्रमण दर वाले 7 जनपदों में 18 से 44 आयु वर्ग का टीकाकरण किया जा रहा है। इस आयु वर्ग के 68,536 लोगों का वैक्सीनेशन अब तक सम्पन्न हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह से सभी नगर निगमों तथा जनपद गौतमबुद्धनगर में 18 से 44 वर्ष आयु के लोगों का टीकाकरण कार्यक्रम संचालित किया जाए। संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विभिन्न आयु वर्ग के प्री-रजिस्टर्ड ऐसे लोगों को ही टीकाकरण केन्द्र पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। वैक्सीनेशन सेण्टर पर अनावश्यक भीड़भाड़ न होने पाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सभी तरह की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा। बेड, ऑक्सीजन, दवाओं, मेडिकल उपकरण तथा मैनपावर की वर्तमान उपलब्धता को कम से कम दोगुना करने की कार्यवाही तेजी से सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वाले इन कार्याें के लिए सचिव स्तर के अलग-अलग अधिकारियों को नामित करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी जनपद में संसाधनों का कोई अभाव न हो। उन्होंने इसके लिए मिशन मोड पर कार्य किये जाने पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत के अनुसार आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जा रहे हैं। इस कार्य में भारत सरकार का लगातार सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन तथा नाॅन-कोविड मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करायी जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि इनके लिए ऑक्सीजन सिलेण्डर की कतई कमी न हो। होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑन डिमाण्ड ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए व्यवस्था करायी जाए।

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