नोंकझोंक चलती रही और पेश हो गया योगी का अनुपूरक बजट
बाद में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना और विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद ग्राम्य विकास मंत्री ने अपनी टिप्पणी वापस ली और खेद व्यक्त किया। सदन व्यवस्थित होने के बाद कार्यवाही शुरू हुई और प्रदेश के वित्तमंत्री ने आज 1359487.14 लाख करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया।
लखनऊ: विधानसभा में मंगलवार को ग्राम्य विकास मंत्री और नेता प्रतिपक्ष के बीच हुयी तीखीनोंकझोंक के बीच सदन में खासा हंगामा रहा। मंत्री की टिप्पणी से नाराज कांग्रेस और सपा के उत्तेजित सदस्य वेल में धरने देकर बैठ गए। इसको लेकर सदन की कार्यवाही एक घंटे से ज्यादा देर तक बाधित रही।
बाद में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना और विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद ग्राम्य विकास मंत्री ने अपनी टिप्पणी वापस ली और खेद व्यक्त किया। सदन व्यवस्थित होने के बाद कार्यवाही शुरू हुई और प्रदेश के वित्तमंत्री ने आज 1359487.14 लाख करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया।
मंत्री महेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने जितने बंद पड़े कुंए और तालाब है उनको मनरेगा के तहत काम कराकर उनको फिर से चालू कराया है
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद जब प्रश्नकाल चल रहा था तभी नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्द चैधरी ने ग्राम्य विकास मंत्री महेन्द्र सिंह के एक जवाब पर आपत्ति जताई और कहा कि अभी आप सत्ता पक्ष में है और जब विपक्ष में बैठेगें तब इसकी जांच होगी। मंत्री महेन्द्र सिंह का कहना था कि सरकार ने जितने बंद पड़े कुंए और तालाब है उनको मनरेगा के तहत काम कराकर उनको फिर से चालू कराया गया है।
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नोकझोंक इतनी बढ़ गयी कि सम्पूर्ण विपक्ष वेल में आकर नारेबाजी करने लगा
2021 तक बुंदेलखण्ड में पानी की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। इस पर नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्द चैधरी ने कहा कि जो भी काम बुन्देललखण्ड में हुआ है वह सब पिछली अखिलेश सरकार में ही किया जा चुका था। इस पर मंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष चाहे तो वहां जाकर भौतिक सत्यापन कर सकते हें। मंत्री की इस वक्तव्य पर रामगोबिन्द चैधरी और मंत्री महेन्द्र सिंह के बीच तीखी नोंक झोंक हुई। नोकझोंक इतनी बढ़ गयी कि सम्पूर्ण विपक्ष वेल में आकर नारेबाजी करने लगा।
सदन अव्यवस्थिति होता देखकर विधानसभा अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही पहले 15 मिनट और फिर 20 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद भी जब विपक्ष के सदस्य वेल से नही उठे तेा सदन कीकार्यवाही का स्थगन एक बार फिर 20 मिनट के लिए बढा दिया गया। जिसके कारण प्रश्नकाल पूरा नही हो सका।
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इसके बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्षी सदस्य सत्ता पक्ष के मंत्री से माफी की मांग पर अड़े रहे। जब पीठ की तरफ से सत्ता पक्ष के मंत्री से इस पर खेद व्यक्त करने के निर्देश हुए तो ग्राम्य विकास मंत्री महेन्द्र सिंह ने इस पर दुख व्यक्त किया और कहा कि सदन की भावना का सम्मान करते हुए अपने शब्द वापस लेता हूं।
वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने वर्ष 2019-20 का अनुपूरक बजट पेश किया
इसके बाद सदन जब व्यवस्थित हुआ तो वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने वर्ष 2019-20 का अनुपूरक बजट पेश किया। यह बजट 13 हजार 594 करोड़ रुपये प्रस्तावित है। इस बार का अनुपूरक बजट पिछले बजट से बड़ा है।
सदन में ही आज नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने बधाई प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इसरो ने चन्द्रयान दिृतीय का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है जिसके लिए पूरा देश गौरव की अनूभूति कर रहा है। प्रक्षेपण ने साबित कर दिया है कि भारत एक शक्तिशाली देश के रूप में आकर दुनिया के चुनिन्दा देशों में शामिल हो गया हैं यह उपलब्धि प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणादायक है। देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है। इसमें यूपी के वैज्ञानिकों की भी भूमिका है।
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लखनऊ की एक बेटी और आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों की भूमिका रही है। मुख्यमंत्री के इस बधाई प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्द चैधरी बसपा के लाल जी वर्मा, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार उर्फ लल्लू अपना दल एस के नीलरतन पटेल ने भी इसरों के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
सरकार नियमों के खिलाफ काम कर रही है: रामगोबिन्द चैधरी
कार्यस्थगन के दौरान नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्द चैधरी ने समाजवादी पार्टी के सांसद मो आजम खां पर पर हुए मुकदमों का मामला उठाते हुए कहा कि सरकार विपक्ष को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है। उनके खिलाफ 26 मुकदमे दर्ज किए गए हे। सरकार नियमों के खिलाफ काम कर रही है। रामगोबिन्द चैधरी ने पीठ से मांग करते हुए कहा कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए।
कई ऐसे प्लाट है जिन्हे जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया गया है
इस पर सरकार का पक्ष रखते हुए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि मो आजम खां पर जो मुकदमे हुए है वह न्यायिक प्रक्रियाओं के तहत ही किए गए हैं। कई ऐसे प्लाट है जिन्हे जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया गया है और जिनकी रजिस्ट्री भी नही हुई है। सरकार के इस जवाब से असन्तुष्ट होकर समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में आ गए और बाद में सदन से वाकआउट किया।