सहायक अध्यापकों का चयन: होगी ऑनलाइन नियुक्ति, ये है पूरी प्रक्रिया
यूपी सरकार राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक अध्यापकों की नियुक्ति आनलाइन माध्यम से करेगी।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: यूपी सरकार राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक अध्यापकों की नियुक्ति आनलाइन माध्यम से करेगी। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में पहली बार पारदर्शी आनलाइन नियुक्ति प्रकिया को लागू किया जा रहा है। इसके तहत लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक अध्यापकों के पदों पर अभ्यर्थियों को फोटो सहित नियुक्ति पत्र राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के माध्यम से विकसित साफ्टवेयर के माध्यम से प्रदान किया जायेगा। इसमें अभ्यर्थी घर बैठे वेबसाइट- पर अपना आवेदन कर सकता है तथा वेबसाइट में दर्शाये गये रिक्त पदों से अपने पसंद के विद्यालय का चयन कर सकता है।
25 सितंबर से शुरू हो जाएगी वेबसाइट
डा. शर्मा ने गुरुवार को बताया कि वेबसाइट 25 सितंबर से शुरू हो जाएगी, जिससे अभ्यर्थी दिशा निर्देशों आवेदन की विधि तथा रिक्तियों का विवरण देख सकेंगे। चयनित अभ्यर्थियों द्वारा वरीयता क्रम में स्थित विद्यालयों के विकल्प का आवेदन 28 सितंबर से 08 अक्टूबर के मध्य देना होगा। 12 अक्टूबर तक अभ्यर्थियों द्वारा वरीयता क्रम का लाभ प्राप्त करने के लिए अपलोड किए गए प्रमाण पत्रों का सत्यापन होगा तथा 16 अक्टूबर को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा।
ये भी पढ़ें: भारी बारिश-वज्रपात का अलर्ट, 48 घंटे तक घरों से ना निकलें लोग, IMD की चेतावनी
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि शासन द्वारा तैयार किये गये मानक के अनुरूप अभ्यर्थियों को वरीयता क्रम में आने पर पात्रता श्रेणी में नियुक्ति पत्र जारी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी अपना नियुक्ति पत्र भी वेबसाइट के माध्यम से डाउनलोड कर सकता है। हर चरण में उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर तथा ईमेल आईडी पर संदेश भेजने की व्यवस्था की गई है।
दिव्यांग श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी
उन्होंने बताया कि लोक सेवा आयोग से चयनित सूची के अनुसार दिव्यांग श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों को पदस्थापन में वरीयता दी जाएगी। इसी प्रकार वह चयनित विवाहित महिला जिनका बच्चा ऑटिस्टिक है या 40 प्रतिशत दिव्यांगता है उनको वरीयता दी जायेगी। जिनके पति या पत्नी भारतीय सेना,वायु सेना, नौसेना या केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत हैं उनको भी वरीयता दी जायेगी। इसके साथ ही वे चयनित विधवा या विधुर जिन्होंने पुनर्विवाह नहीं किया है तथा एकल अभिभावक हैं, तथा जिनके ऊपर बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी है उनको भी वरीयता दी जायेगी।
...इनको भी पदस्थापन में वरीयता प्रदान की जाएगी
इसके अतिरिक्त जिनके पति या पत्नी बेसिक, माध्यमिक या उच्च शिक्षा के तहत आने वाले राजकीय अथवा सहायता प्राप्त विद्यालयों, परिषदीय विद्यालयों, राज्य या केन्द्रीय विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों और राजकीय अर्द्धशासकीय सेवा में कार्यरत हैं इनको भी पदस्थापन में वरीयता प्रदान की जाएगी। चयनित अभ्यर्थी को वरीयता का लाभ लेने के लिए सक्षम अधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण.पत्र लगाना होगा। अगर अभ्यर्थी द्वारा सक्षम अधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण.पत्र नहीं लगाया जाता तथा उसके द्वारा लगाया गया प्रमाण.पत्र विभाग द्वारा संतोषजनक नहीं पाये जाने पर अमान्य किया जाता है, तो उसे कोई भी वरीयता नहीं दी जाएगी।
वरीयता के क्रम के अनुसार पदस्थापन करने के बाद शेष रिक्तियों पर अन्य बचे हुये अभ्यर्थियों का पदस्थापन लोक सेवा आयोग की मेरिट के अनुसार किया जायेगा। डा. शर्मा ने कहा कि यह भी ध्यान रखा गया है कि जहां अध्यापकों की विशेष आवश्यकता है, जैसे कि महत्वाकांक्षी जनपदों के विद्यालय, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के विद्यालय तथा जनपद के पं. दीनदयाल उपाध्याय माॅडल विद्यालयों, वहां पर अध्यापकों की तैनाती में वरीयता प्रदान की जा रही है।
बता दे कि लोक सेवा आयोग द्वारा राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पदों पर महिला व पुरूष संवर्ग के 10 हजार 768 पदों का विज्ञापन किया गया था। इसमें लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विषयों के पुरूष संवर्ग में 1,772 तथा महिला संवर्ग में 1,545 कुल 3,317 अभ्यर्थियों की स्पष्ट संस्तुति प्रदान की है। कला विषय का परीक्षा परिणाम लोक सेवा आयोग द्वारा फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। सामाजिक विज्ञान तथा हिन्दी विषय का परीक्षा परिणाम शीघ्र ही आने वाला है। इन विषयों के अभ्यर्थियों को परीक्षा परिणाम प्राप्त होते ही प्रक्रिया में शामिल कर लिया जायेगा।
ये भी पढ़ें: कृषि विधेयक का विरोध: पूरे यूपी में सपा का हल्लाबोल, कल राज्यपाल को सौपेंगी ज्ञापन