Asad Encounter: जानें कौन है शूटर गुलाम? जिसके परिवार ने शव लेने से किया मना
Asad Encounter: गुलाम के एनकाउंटर होने पर उसकी मां खुशनुदा और भाई राहिल की प्रतिक्रिया सामने आई है। गुलाम की मां ने कहा है कि जितने भी गंदा काम करने वाले हैं वह ज़िंदगी भर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से यूपी एसटीएफ गलत नहीं किया।
Asad Encounter: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के साथ शूटर गुलाम मोहम्मद को भी एसटीएफ ने मार गिराया। एसटीएफ को असद और गुलाम के झांसी में होने की लोकेशन मिली थी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ उसकी तलाश में झांसी पहुंची, जहां पुलिस ने दोनों को मार गिराया। गुलाम मोहम्मद भी उमेश पाल हत्याकांड में शामिल था, शूटर गुलाम को माफिया अतीक अहमद का काफी करीबी माना जाता है। गुलाम अतीक अहमद के कई काले कारनामों को अंजाम देने में शामिल रहा है।
24 फरवरी को उमेश की जब हत्या की गई तो गुलाम पहले से ही वहां एक इलेक्ट्रीशियन की दुकान पर मौजूद था। दुकान पर वह कुछ सामान खरीद रहा था, इस बीच जैसे ही उमेश पाल की गाड़ी पहुंचती है, तो वह उमेश पाल पर हमला कर देता है और गोलियां बरसाने लगता है। उमेश पाल की हत्या होने के बाद से ही गुलाम फरार चल रहा था। यूपी एसटीएफ तभी से इसकी तलाश कर रही थी, इसके ऊपर 5 लाख रूपये का इनाम भी घोषित किया गया था। पिछले दिनों यूपीएसटीएफ इसकी तलाश में दिल्ली पहुंची थी, जिसके बाद उसकी लोकेशन झांसी में होने की सूचना मिली थी।
मां और भाई ने शव लेने से किया मना
गुलाम के एनकाउंटर होने पर उसकी मां खुशनुदा और भाई राहिल की प्रतिक्रिया सामने आई है। गुलाम की मां ने कहा है कि जितने भी गंदा काम करने वाले हैं वह ज़िंदगी भर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से यूपी एसटीएफ गलत नहीं किया। तुमने किसी को मारकर गलत किया और जब तुम्हारे पर कोई आया तो हम उसको गलत कैसे कहें? मैं शव को नहीं लूंगी। उसकी पत्नी का उन पर हक है, मैं उसको मना नहीं कर सकती। मैं अपनी ज़िम्मेदारी लेती हूं कि हम गुलाम का शव नहीं लेंगे।
वहीं, एनकाउंटर में मारे गए गुलाम के भाई राहिल ने कहा है कि सरकार की तरफ से एनकाउंटर की कार्रवाई सही है। उन्होंने बहुत जघन्य कार्य किया है जिसका हम समर्थन नहीं करते। हम उनका शव लेने नहीं जाएंगे। हमने थानाध्यक्ष को अपनी बात बता दी है। अगर कोई इस तरह का कार्य करता है तो आप उसका समर्थन कैसे कर सकते हैं?
कौन है शूटर मोहम्मद गुलाम?
शूटर गुलाम की बात की जाए तो उसने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एलएलबी थी, गुलाम की शादी 2015 में हुई थी। उसकी एक बेटी पांच साल की है और दूसरी की उम्र अभी एक साल है। गुलाम पहली बार 2013 में ठेकेदार चंदन सिंह की हत्या में नामजद हुआ था, जिसमें उसे जेल भी हुई थी, जेल से निकलने के बाद वह माफिया अतीक के संपर्क में आया। धीरे-धीरे वह माफिया अतीक का सबसे खास बन गया। गुलाम पर 8 आपराधिक मुकदमें भी दर्ज थे।