Agra News: मरीज की मौत के बाद हॉस्पिटल के बाहर हंगामा, गुस्साए परिजनों ने लगाया जाम
Agra News: आगरा में मृत महिला का इलाज करने का आरोप लगा कर तीमारदारों हॉस्पिटल में हंगामा मचा दिया। आरोप लगाया कि अस्पताल से मृत महिला को दूसरे अस्पताल रेफर किया जा रहा था।
Agra News: आगरा (Agra News) में मृत महिला का इलाज (treating After death) करने का आरोप लगा कर तीमारदारों हॉस्पिटल में हंगामा मचा दिया। तीमारदारों ने आरोप लगाया कि अस्पताल से मृत महिला को दूसरे अस्पताल रेफर किया जा रहा था। इसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बाहर सड़क पर जाम लगा कर वाहनों का आवागमन रोक दिया। इस दौरान परिजनों की हॉस्पिटल के सुरक्षाकर्मियों से जमकर नोकझोंक हुई।
आरोप है कि हॉस्पिटल में तैनात सुरक्षाकर्मी डंडे निकाल लाए। मामला बिगड़ते देख सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। इंस्पेक्टर सदर के साथ सीओ सदर अर्चना सिंह मौके पर पहुंच गईं। सीओ सदर अर्चना सिंह ने महिला के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद परिजन डेड बॉडी को लेकर अपने घर की तरफ रवाना हुए।
आगरा के उपाध्याय हॉस्पिटल में हंगामा
जानकारी के मुताबिक धौलपुर में ट्रेन से गिरकर एक महिला घायल हुई थी, जिसका आगरा के उपाध्याय हॉस्पिटल में 4 नवंबर से इलाज चल रहा था। महिला गुड्डी के पति लाखन सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी धौलपुर में ट्रेन से गिरकर घायल हो गई थी। पत्नी गुड्डी देवी के सिर में गंभीर चोट लगी थी। वह अपनी पत्नी का धौलपुर के एक अस्पताल में इलाज करा रहे थे। वहां से अस्पताल प्रबंधन ने उनकी पत्नी की गंभीर हालत को देखते हुए आगरा के उपाध्याय हॉस्पिटल में रेफर कर दिया था। 4 नवंबर से उपाध्याय हॉस्पिटल में उनकी पत्नी गुड्डी का इलाज चल रहा था ।
महिला के पति लाखन सिंह का आरोप है कि इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली गई। आज उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर करने के लिए भेजा जा रहा था। जब उन्होंने अपनी पत्नी को देखा तो पता चला कि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। लाखन सिंह का आरोप है कि उनकी पत्नी की मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन उनसे रुपए वसूल रहा था।
दूसरे अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा था महिला की मौत के बाद
अस्पताल प्रबंधन ने सभी आरोपों को बताया निराधार कहा, इलाज में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है। उपाध्याय हॉस्पिटल के संचालक डॉ राजीव उपाध्याय ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। डॉ राजीव उपाध्याय का कहना है कि महिला की हालत बेहद गंभीर थी। उन्हें दूसरे अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा था। उसी दौरान महिला की मौत हो गई। अस्पताल पर दबाव बनाने के लिए हंगामा किया जा रहा था।