पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए पत्नी ने किया ऐसा, हो रही है तारीफ
जब डॉक्टर कपिल गुप्ता की मौत हो गई और उनका पार्थिव शरीर आवास पर लाया गया तो उनकी पत्नी द्वारा यह जानकारी सभी लोगों को दी गई।
औरैया: कहा जाता है कि जब मरने वाला व्यक्ति कोई भी अपनी इच्छा व्यक्त करता है तो सामने वाले की जिम्मेदारी होती है कि उसकी अंतिम इच्छा पूरी करे। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को जनपद औरैया के विकास खंड भाग्य नगर में देखने को मिला। जिसमें एक मरते हुए व्यक्ति ने अपनी पत्नी से वचन लिया कि वह जब मरे तो उसे वही मुखाग्नि दे।
पत्नी ने दी पति को मुखाग्नि
जब पत्नी ने अंतिम सांस लेते हुए अपने पति की बात सुनी तो वह भाव विभोर हो गई और उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। जब डॉक्टर कपिल गुप्ता की मौत हो गई और उनका पार्थिव शरीर आवास पर लाया गया तो उनकी पत्नी द्वारा यह जानकारी सभी लोगों को दी गई। जैसे ही यह जानकारी परिजनों के सहित समाज के अन्य लोगों को मिली तो उन लोगों में अलग-अलग प्रकार की चर्चाएं होना शुरू हो गई। चर्चाओं को दरकिनार करते हुए पूनम ने अपने पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए उन्हें मुखाग्नि दी।
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सामाजिक परंपराओं और मर्यादाओं से इतर काम करने की विरले लोगों में ही साहस होता है। लेकिन दो पुत्रियों की शिक्षिका मां जायंट्स ग्रुप ऑफ सहेली की पूर्व अध्यक्ष पूनम गुप्ता के साहस को सलाम। जो उन्होंने अपने दिवंगत पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए उन्होंने पति को अंतिम प्रणाम कर मुखाग्नि दी। पुत्रियों श्रीमती शिवानी एव श्रीमती स्वाती के साथ श्रीमती पूनम गुप्ता ने अपने पति डॉ कपिल गुप्ता को नम आंखों से भावपूर्ण मुखाग्नि दी।
काफी दिनों से थे बीमार
यह देख दिबियापुर मुक्ति धाम में मौजूद लोगों के हॄदय तड़प उठे। मुक्ति धाम में मौजूद गणमान्य लोगों के साथ ही यहां पहुँचे राज्यमंत्री एव विधायक लाखन सिंह राजपूत, चेयरमैन अरविंद पोरवाल आदि ने भी पूनम गुप्ता के अदम्य साहस की सराहना की। समाज में विशिष्ट स्थान रखने वाले सामाजिक संस्था जायंट्स ग्रुप के द्वारा सामाजिक सरोकार रखने वाले डॉ कपिल गुप्ता पिछले कुछ अरसे से गंभीर बीमार थे और दिल्ली में अपनी पुत्रियों के पास रहकर इलाज करवा रहे थे। गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। शुक्रवार शाम उनका पार्थिव शरीर दिबियापुर स्थित उनके आवास पर पंहुचा।
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समस्त कर्मकांड पुष्पार्चन के उपरांत उनके पार्थिव शरीर को राम नाम सत्य घोष के साथ मुक्तिधाम में लाया गया। जहां श्रीमती पूनम गुप्ता ने सामाजिक दूरी के बीच उपस्थित लोगों की मौजूदगी में उन्हें मुखाग्नि दी। डॉ कपिल के नज़दीकी रहे लोगों प्रमुखतया रामकुमार अवस्थी, कमलेश अवस्थी, प्रदीप मिश्र, आदित्य पोरवाल, प्रधानाचार्य भंवर, मुकेश भारतीय, राकेश भारतीय, महेश गुप्ता, अनिल गुप्ता, अनुपम गुप्ता, पप्पू पोरवाल, डॉ श्याम गुप्ता, प्रदीप गुप्ता आदि ने उन्हें अदम्य साहस का धनी और दोस्त बताते हुए उनके निधन को समाज की अपूर्णनीय क्षति बताया है।
रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी