लखनऊ: अगर आपको म्यूजिक का शौक हो और आपको गिटार से लगाव हो...तो आप उसे पाने के लिए क्या करेंगे। घरवालो ने मना किया तो आप अपने जूनून की सुनेंगे या फिर अपने शौक को बाय बोल देंगे।
कुछ ऐसी ही जूनून भरी कहानी है राजधानी के रहने वाले आयुष की, जिसे म्यूजिक का ऐसा खुमार चढ़ा की पहले ट्यूशन पढ़ाकर गिटार के पैसे जुटाए और फिर अपने सपनों को आकार देने में लग गया। जूनून इस कदर हावी हुआ कि उसने एक रॉक बैंड बनाकर परफॉर्म करना शुरू किया। आज ये रॉक बैंड धूम मचा रहा है।
पेरेंट्स को गर्व
ग्रेजुएशन में पढ़ रहे शहर के एक लड़के ने जब सरकारी नौकरी कर रहे पिता को अपना रॉक बैंड बनाने के बारे में बताया तो उसे घर में पैरेंट्स के गुस्से का सामना करना पड़ा। लेकिन आज जब उसे नेशनल प्लेटफॉर्म पर परफॉर्म करने का न्यौता आया तो उन्हीं पैरेंट्स की आंखें अपने बेटे पर गर्व कर रही हैं।
आयुष ने कड़ी मेहनत के दम पर पांच लोगों का एक रॉक बैंड ‘अवनि’ बनाया। अब इन्हें इंडियाज गॉट टैलेंट के एल 2 लेवल में परफॉर्म करने का न्यौता मिला है। इसके अलावा यह लखनऊवाइट्स के लिए आगामी 28 जनवरी को एक बड़ा लाइव कंसर्ट करने जा रहे हैं।
गिटार के लिए पढ़ाई ट्यूशन
रॉक बैंड अवनि के फाउंडर आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि जब उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम करते समय 2014 में घर पर म्यूजिक इंडस्ट्री में करियर बनाने की बात कही तो परिवार वालो की नाराजगी झेलनी पड़ी। पिता अरुण कुमार श्रीवास्तव यूपीएसआरटीसी में सीनियर फोरमैन हैं और मां कनक श्रीवास्तव हाउसवाइफ हैं। दोनों उनके इस फैसले से खासा नाराज हुए। इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 6 महीने ट्यूशन पढ़ाकर ढाई हजार रुपये जमा किए। इन पैसों से उन्होंने अपने लिए गिटार खरीदा और अपने सपनों को आकार देना शुरू किया। आज उनके पैरेंटस भी उनकी अचीवमेंट देखकर उन्हें सपोर्ट करते हैं।
खुद के कंपोज सॉन्ग पर करते हैं परफॉर्म
आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि उकना बैंड अवनि खुद के कंपोज सॉन्ग पर ही परफॉर्म करता है। अभी तक चार गाने लिखे गए हैं। इसके अलावा पंजाब के कुछ प्रोजेक्ट्स पर भी काम चल रहा है। वर्ष 2015 में सबसे पहला गाना गणपति भगवान को डेडीकेट करते हुए उनपर ही लिखा था। इसके बाद ‘क्या कहूं’, ‘ मैं कहता रहा’ जैसे गाने कंपोज करके इन पर परफॉर्मेंस दी है। आगामी 28 जनवरी को लखनऊवाइट्स के लिए लाइव कंसर्ट में जमकर धमाल मचाने को ये बैंड तैयार है।
तो इसलिए रखा अवनि नाम
अवनि के फाउंडर आयुष ने बताया कि अवनि का अर्थ होता है- पृथ्वी। इस बैंड को पूरे यूनिवर्स में फैलाना है और राजधानी की धमक को इंटरनेशनल फेम दिलाना है। यही इस बैंड के सभी सदस्यों का लक्ष्य है। इसमें मेरे अलावा ड्रमर के रूप में ऋषभ पांडे, वोकल सिंगर और मैनेजर के रूप में दिव्या पांडे, गिटारिस्ट के तौर पर प्रशांत श्रीवास्तव और बेस गिटारिस्ट के रूप में अमन गुप्ता परफॉर्म करते हैं। आयुष खुद वोकल सिंगर और गिटारिस्ट के तौर पर परफॉर्म करते हैं। एक जैसे इरादे और शौक होने के चलते ये सब एक दूसरे के करीब आए और अब अपने बैंड की धुन पर हर किसी को नाचने पर मजबूर कर रहे हैं।
यहां कर चुके हैं परफॉर्म
आयुष ने बताया कि उन्हें बैंड ने अब तक आईटीएस गाजियाबाद में बैंड कॉम्पटीशन में फर्स्ट प्राइज जीता है। इसके अलावा वह पंतनगर और लखनऊ मेट्रो के चारबाग पर ऑर्गेनाइज कॉन्सर्ट में भी परफॉर्म कर चुके हैं। अब लोग उन्हें हाथों हाथ ले रहे हैं। उनके पास पंजाब के कुछ प्रोजेक्ट हैं। उन्हें राइजिंग स्टार रियलटी शो से भी कॉल आया था, लेकिन वह परफॉर्मेंस के चलते वहां नही जा पाए। बैंड की परफॉर्मेंस को देखते हुए इंडियाज गॉट टैलेंट के एल 2 लेवल में सीधे इंट्री मिली है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह फरवरी में उस मंच पर परफॉर्म करेंगे। आगामी 28 जनवरी को वह सिटी के ड्रीम वर्ल्ड एम्यूजमेंट पार्क में लाइव कंसर्ट परफॉर्म करने जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ वह लखनऊ महोत्सव में भी परफॉर्म कर सकते हैं। आयुष के मुताबिक तीन साल पहले शुरू इस सफर को इंटरनेशनल फेम दिलाना ही उनका मकसद है।