Lucknow News: सुबह मंडलायुक्त से की गई बिल्डर की शिकायत, शाम को बिल्डर ने तोड़ दी सोसायटी की दीवार, बवाल
Lucknow News: फैजाबाद रोड स्थित पार्श्वनाथ सोसायटी से भी सामने आया। शिकायत लेकर सोसायटी की तरफ से पहुंचे शांतनु मालवीय समेत अन्य लोगों ने अपनी कॉलोनी के बगल में साइट विकसित कर रहे स्प्रिंग डेल नामक बिल्डर पर आरोप लगाया कि वह जबरन गेटेड कॉलोनी के अंदर से अपनी साइट का रास्ता निकाल रहा है।
Lucknow News: गुरुवार की सुबह एलडीए में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया। इसमें कई मामले सामने आए। एक मामला फैजाबाद रोड स्थित पार्श्वनाथ सोसायटी से भी सामने आया। शिकायत लेकर सोसायटी की तरफ से पहुंचे शांतनु मालवीय समेत अन्य लोगों ने अपनी कॉलोनी के बगल में साइट विकसित कर रहे स्प्रिंग डेल नामक बिल्डर पर आरोप लगाया कि वह जबरन गेटेड कॉलोनी के अंदर से अपनी साइट का रास्ता निकाल रहा है। जबकि एलडीए की तरफ से पार्श्वनाथ सोसायटी का नक्शा 2007 में पास कर दिया गया जिसमें ऐसा कोई रास्ता नहीं था। इसके बावजूद दूसरा बिल्डर रास्ता निकाल रहा है। सुबह शिकायत हुई तो मंडलायुक्त ने जांच के आदेश देते हुए दूसरे पक्ष को बुलाकर पूछताछ करने के आदेश दिए। इधर शाम को आरोपी बिल्डर ने जबरन सोसायटी की दीवार तीन जगह से तोड़ दी। इसके बाद सोसायटी के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
सोसायटी के लोगों ने आरोप लगाया कि दीवार तीन से अधिक जगहों पर तोड़ दी गई है। इसके बाद लोगों ने विरोध किया। मौके पर गाली गलौच भी हुई। वहीं, घटना के बाद सोसायटी के लोग इकट्ठा हुए और मामले की जानकारी पुलिस और LDA अधिकारियों को दी गई। आरोप है कि LDA के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद सोसायटी के लोगों ने अपने पैसे से दीवार बनवाई। लोगों का कहना है कि वह किसी भी हालत में सोसायटी के अंदर से रास्ता नहीं देंगे।
अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
सोसायटी के शांतनु मालवीय ने कहा कि यह गेटेड सोसायटी है। बिल्डर जबरदस्ती सोसायटी से जमीन लेना चाहता है। सुबह के समय LDA में पहुंचकर मंडलायुक्त डॉक्टर रोशन जैकब को पूरे मामले के बारे में बताया, लेकिन जैसे ही LDA ऑफिस से निकलकर सोसायटी पहुंचे, इसके पहले ही बिल्डर ने चारदीवारी को तोड़ दिया। महिलाओं के साथ में अभद्रता की। कई जगहों पर दीवार तोड़ी दी गई। LDA के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसा हुआ है। वह नहीं चाहते कि कमिश्नर का निर्देश लागू हो। इसके अलावा मनीष शर्मा, भूपेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों ने फर्जीवाड़े का भी आरोप लगाया है।