Gorakhpur News: बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार के विरोध में हमें एकजुट होना होगा, विहिप के सम्मेलन में संतों ने भरी हुंकार
Gorakhpur News: सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि जितेंद्रानंद जी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार एवं मठ मंदिरों को क्षतिग्रस्त किए जाने के ऊपर भी समाज को जागृत करने की आवश्यकता है।
Gorakhpur News: विश्व हिंदू परिषद के गोरक्ष प्रांत के धर्माचार्य संपर्क विभाग द्वारा गोरखनाथ मंदिर में विराट संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि जितेंद्रानंद जी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार एवं मठ मंदिरों को क्षतिग्रस्त किए जाने के ऊपर भी समाज को जागृत करने की आवश्यकता है। क्योंकि हिंदू वह विश्व में कहीं भी निवास करने वाला हो हमारा भाई है।जितेंद्रानंद ने कहा कि संतों की बड़ी जिम्मेदारी है कि वह आतंकवाद, लव जिहाद जैसे मुद्दे पर लोगों को जागरूक करें। हमको सतर्क रहना होगा ताकि दुर्जन शक्तियां अपने कार्यों में सफल न हो पाए। हिंदू समाज को एकजुट कर छुआछूत, भेदभाव मिटाकर सनातन की रक्षा के लिए हमें तैयार होना होगा।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। राम मंदिर के लिए हम सबको 492 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा। यह यज्ञ संतों के मार्गदर्शन में सफल हुआ। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही जब भी सनातन पर खतरा आया है, तो संतों ने ही आगे बढ़कर समाज का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में छुआछूत, जातिगत भेदभाव पुरातन काल में नहीं था। यह मुगलों के आने के बाद प्रारंभ हुआ। इसको भी समाप्त करने के लिए संतों को ही आगे आना पड़ेगा। कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए प्रांत संगठन मंत्री राजेश ने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा भारत को तोड़ने का जो कुचक्र चल रहा है। लव जिहाद धर्मांतरण की गतिविधियां अनेक प्रकार के जिहादी इस्लाम के द्वारा संचालित किया जा रहे हैं।
जनसंख्या वृद्धि दर 2.3 से ज्यादा रखने की जरूरत
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने संतों से आह्वान किया कि जिस प्रकार प्राचीन काल से ही संत समाज का मार्गदर्शन करते रहे हैं, आज भी उन्हें अपने मठों से निकलकर समाज के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कुटुंब प्रबोधन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परिवारों में जो संस्कारों का क्षरण हो रहा है उसको रोकना और संस्कारों को प्रदान करना संतों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार जिस समाज की जनसंख्या वृद्धि दर 2.3 से ज्यादा रहती है, वहीं समाज जिंदा रहता है। हिंदू समाज की वर्तमान जनसंख्या वृद्धि दर 1.9 है। हिंदू समाज से लव जिहाद के हाथ में प्रतिवर्ष लगभग ढाई लाख बहनें शिकार होती है। उनके लिए भी संत समाज को चिंता करने और समाज को जागृत करने की आवश्यकता है।