Ambedkar Nagar News: सावधान! जिला अस्पताल में फर्जी लोग कर रहे मरीजों का इलाज

अंबेडकर नगर जिला अस्पताल में बाहरी चिकित्सकों की उपस्थिति देखी जा रही है जो मरीजों का मनमाने ढंग से इलाज कर रहे हैं।

Report :  Manish Mishra
Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-07-23 09:09 GMT

अंबेडकर नगर जिला अस्पताल: मरीज को दवा या कुछ जांच लिख रहा फर्जी युवक

Ambedkar Nagar News: अंबेडकर नगर जिला अस्पताल में तैनात कुछ चिकित्सकों की मनमानी कार्यप्रणाली से यह अस्पताल अपनी प्रासंगिकता खोता जा रहा है। कहने को तो जिला अस्पताल में मरीजों के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध है। उन्हें सारी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती है लेकिन इसके बावजूद चिकित्सको से सांठगांठ कर जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में ऐसे तत्व सक्रिय हैं जो मरीजों की जेब पर खुलेआम डाका डाल रहे हैं। मामला चाहे आपातकालीन चिकित्सा इकाई में भर्ती रहने वाले मरीजों की हो अथवा वार्ड में भर्ती मरीजों की, हर जगह वे लूट के शिकार हो रहे हैं ।

जिला अस्पताल में जिस प्रकार से बाहरी लोगों की उपस्थिति देखी जा रही है उससे यह सरकारी चिकित्सालय लगभग निजी चिकित्सालय की तर्ज पर काम करने लगा है। हद तो तब हो जाती है जब चिकित्सालय में कार्य कर रहे कर्मचारी भी ऐसे तत्वों का खुलेआम साथ देते देखे जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश अस्पताल में आने से ही गुरेज करते हैं तथा ज्यादातर समय वह अपने आवास पर रहकर ही अस्पताल की व्यवस्था का संचालन करते हैं जिसका फायदा उठाकर चिकित्सक व उनके संरक्षण में यह तत्व मरीजों का बुरी तरह शोषण कर रहे हैं ।

आखिर कब तक होता रहेगा मरीजो का शोषण

जिला चिकित्सालय में शोषण का शिकार हो रहे मरीजों का ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ है जो बहुत कुछ तस्वीर बयां करता है। वीडियो में कलेक्ट्रेट के सामने फर्जी तरीके से पैथोलॉजी चलाने वाला एक युवक आराम से वार्डों में तथा इमरजेंसी वार्ड में घूमता देखा जाता है तथा मरीज चिकित्सक समझकर उसे अपना पर्चा दिखाते हैं जिस पर वह बेझिझक खून की अनेक जांच लिख देता है जो अस्पताल में नही हो सकती। बाद में उसके ही लोग उसी मरीज के पास जाते हैं तथा जांच कर जल्दी रिपोर्ट देने की बात कह कर खून निकाल कर पैसा लेकर चले जाते हैं जिसके बाद मरीज उनके शोषण का शिकार हो जाता है।

अंबेडकर नगर जिला अस्पताल: इमरजेंसी में टहल रहा वही युवक

कर्मचारियों की मिलीभगत से बाहरी तत्वों का अस्पताल में बढ़ा वर्चस्व

इसके अलावा जिला चिकित्सालय में प्रवेश करते ही एक ऐसा टेबल लगाया गया है जहां पर मरीजों को इधर उधर भटकने से बचाने के लिए उनकी सहायता करने के लिए एक व्यक्ति की तैनाती की गई है। हैरत यह है कि यही व्यक्ति मरीजों के शोषण का माध्यम बन रहा है। जब कोई मरीज उससे कोई जानकारी चाहता है तो वह उससे कहता है कि आप चिकित्सक के पास जाएंगी अथवा वह चिकित्सक को खुद ही बुला दे । इन प्रकार की चर्चाओं के बीच ही चंद सेकेंड के अंदर टीवी सीरियल के शक्तिमान की तरह वही फर्जी चिकित्सक वँहा हाजिर हो जाता है जो वार्डो में मरीजों को विभिन्न तरह की जांच लिखता रहा है ।

आपात कालीन इकाई से लेकर वार्ड तक रहता है इनका दबदबा

यह तथाकथित चिकित्सक मरीज से बिना पूछे ही बड़ी संख्या में जांच लिख कर अचानक ओझल हो जाता है जिसके बाद का शेष काम वह व्यक्ति कर डालता है जो मरीजो की सहायता के लिए बैठाया गया है। इससे खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला अस्पताल में मरीजो का इलाज कौन कर रहा है तथा यह बाहरी तत्व अस्पताल परिसर में किसकी शह पर स्वच्छन्द विचरण करते हैं। फिलहाल देखना यह है कि अस्पताल प्रशासन ऐसे तत्वो पर कभी अंकुश लगा पाता है या नहीं। इस सम्बंध में जब सीएमएस डॉ ओम प्रकाश से पूछा गया तो उनका वही पुराना जबाब सामने आया कि वह ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्यवाई करेंगे।

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