Amethi News: रेनू सिंह और सत्येंद्र के चुनाव लड़ने से लड़ाई दिलचस्प

जिला अध्यक्ष के लेटर पर ग्यारह ब्लाकों के प्रत्याशी की सूची वायरल हुई पर जिला अध्यक्ष के हस्ताक्षर नदारद थे। इस वायरल पत्र में जामो और मुसाफिरखाना के प्रत्याशियों के नाम रिक्त रहे।

Written By :  Surya Bhan Dwivedi
Published By :  Pallavi Srivastava
Update: 2021-07-09 08:11 GMT

Amethi News: जिले के ग्यारह ब्लाकों में भाजपा ने अपने अघोषित प्रत्याशियों को उतारे हैं। लेकिन एक से अधिक प्रत्याशी होने पर पार्टी समर्थित प्रत्याशी नहीं लड़ायेगी। लेकिन जिला अध्यक्ष के लेटर पर ग्यारह ब्लाकों के प्रत्याशी की सूची वायरल हुई पर जिला अध्यक्ष के हस्ताक्षर नदारद थे। इस वायरल पत्र में जामो और मुसाफिरखाना के प्रत्याशियों के नाम रिक्त रहे। इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चा अमेठी जिले में छायी रहीं।

बता दें इस पत्र में क्षत्रिय प्रत्याशी के नाम शमिल है। लेकिन ब्राह्मण को एक भी सीट चुनाव लड़ने में नहीं छोड़ी गई, जो ब्रह्मण के लिए चर्चित खबर जिले भर में फैल गयी। भाजपा का अमेठी में ब्राह्मण के लिए जो प्रेम छलक रहा है, वह उजागर करने का प्रयास है। नामांकन दाखिल करने के बाद अब क्या खेल होगा, समय ही तय करेगा। जबकि भेटुआ ब्लाक के प्रमुख प्रत्याशी को चुनाव मैदान छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। कुछ भी हो। रेनू सिंह, सत्येन्द्र सिंह और मीना सिंह के बीच चुनाव को विशेष खबर हैं। दबाव बन रहा है लेकिन कैसा दबाव है यह लोग समझ नहीं पा रहे हैं।

भेटुआ ब्लाक प्रमुख पद के लिए भीमी गांव के ठेकेदार वीरेंद्र कुमार सिंह ने पुत्र कौशलेंद्र कुमार सिंह चुनावी समर में नहीं उतरे। कौशलेंद्र कुमार सिंह और इनके भाई भी गांव भीमी के दोनों वार्डों से जिते हैं। कौशलेंद्र कुमार सिंह के सगे मामा गल्लन सिंह दुआरा ने ब्लाक प्रमुख पद के प्रत्याशी आकर्ष शुक्ल पुत्र पूर्व मंत्री आशीष शुक्ल की खुलकर मदद कर रहे हैं। मामा और भांजे के साथ आने पर चुनाव रोचक हो जायेगा। यह गल्लन सिंह की रणनीति पर तय होगा। लेकिन वसूल के पक्के श्री सिंह की पहचान अमेठी रही है। लोगों को अब एहसास हो रहा है कि ऊंट किस करवट बैठेगा। 

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