यूपी में भूकंप: ताबड़तोड़ झटकों से थराई राम नगरी अयोध्या, घरों से भागे डरे-सहमे लोग

Earthquake in Ayodhya: अयोध्या में भूकंप के ताबड़तोड़ झटके महसूस किए गए हैं।

Written By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-01-07 05:19 GMT

भूकंप (सांकेतिक फोटो- न्यूजट्रैक) 

Earthquake in Ayodhya: उत्तर प्रदेश से शुक्रवार सुबह की बड़ी खबर आ रही है। आज राम नगर अयोध्या भूकंप के झटकों से कांप उठी। यहां पर भूकंप के ताबड़तोड़ झटके महसूस किए गए। ठंड भरी सुबह-सुबह में भूकंप से खौफ खाए लोग तुरंत अपने घरों से भागने लगे। यहां आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता रही है।

शुक्रवार की सुबह अयोध्या में लोगों के झटके महसूस हुए। जिसके बाद एकदम से लोगों की भीड़ घरों से भागने लगी। इससे पहले भी 29 दिसंबर को भूकंप के ताबड़तोड़ झटके अंडमान निकोबार में महसूस किए गए थे।

Andaman Nicobar Mein Bhukamp: अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह (Andaman and Nicobar) की राजधानी पोर्ट ब्लेयर (Portblair) में बुधवार सुबह सुबह तेज भूकंप के झटके (Bhukamp Ke Jhatake) महसूस किए गए थे। साल खत्म होने से पहले अंडमान और निकोबार भूकंप (Earthquake) से थर्रा गया था। जिसके बाद लोग डर के चलते अपने अपने घरों से बाहर निकल आए थे।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने इसकी जानकारी दी थी कि भूकंप के झटके सुबह करीब 5:30 बजे महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप की तीव्रता (Bhukamp Ki Tivrata) रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई थी।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने ट्वीट करते हुए बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में सुबह साढ़े पांच बजे भूकंप आया था। जिसका केंद्र द्वीप से 165 किमी दक्षिण पूर्व में था।

भूकंप की तीव्रता (Bhukamp Ki Tivrata)

2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा गया है। 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप माइनर कैटेगरी में आते हैं। 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप वेरी लाइट कैटेगरी के होते हैं। 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले भूकंप लाइट कैटेगरी में रखे गए हैं। (इन्हें महसूस तो किया जाता है, लेकिन शायद कोई नुकसान नहीं होता)

कैसे आता है भूकंप (Bhukamp Kaise Aata Hai)?

धरती के अंदर सात प्लेट्स होती हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। अगर ये प्लेटें अचानक आपस में टकरा जाती है तो भूकंप आता है। इसे ऐसे समझें, प्लेटें आपस में टकराने के बाद एक फॉल्ट लाइन जोन बनता है, जिसके बाद सतह के कोने मुड़ जाते हैं।

बता दें, ऐसा होने पर दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन्हीं प्लेट्स के टूटने की वजह से अंदर की जो एनर्जी होती है वो बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिस वजह से धरती हिलती है और जिसे भूकंप कहा जाता है।

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