Ram Janmabhoomi Trust: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जल्द ले सकेगा विदेशी दान, केन्द्र सरकार का यह है प्लान
Ram Janmabhoomi Trust: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बन रहा राम मंदिर तकनीकी कारणों से फिलहाल विदेशी दान (Foreign Donation) को नहीं ले पा रहा है।
Ram Janmabhoomi Trust: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बन रहा राम मंदिर तकनीकी कारणों से फिलहाल विदेशी दान (Foreign Donation) को नहीं ले पा रहा है। इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट को एफसीआरए (विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम) के तहत प्रमाणपत्र लेना जरूरी है। यह प्रमाणपत्र मिलने के बाद ही वह विदेशी दान ले पाएगा। केंद्र सरकार (Central Government) इसके लिए अपनी ओर से पहल करते हुए तीसरा ऑडिट जमा करने पर छूट देने का विचार कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) की एक ऑडिट दाखिल हो चुकी है तथा दूसरी ऑडिट इसी महीने दाखिल की जाने वाली है, जो फिलहाल पाइप लाइन में बताई जाती है। नियमों के अनुसार, तीसरे ऑडिट के बाद ही एफसीआरए का सर्टिफिकेट (FCRA Certificate) केंद्र सरकार किसी भी संस्थान को देती है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि इसके लिए केंद्र सरकार कुछ रियायत देने का मन बना रही है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कुछ महीने पहले ही विदेश से मिल रहे चंदे को देखते हुए एफसीआरए के लिए आवेदन किया था। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रबंधक ने कहा कि विदेश से डाक द्वारा प्राप्त डॉलर दानदाताओं को वापस कर दिए गए हैं।
वहीं ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि 2 ऑडिट रिपोर्ट जमा करने के बाद सरकार अगले वित्तीय वर्ष में अनुमोदित बैलेंस शीट के आधार पर एफसीआरए की मंजूरी देने पर विचार कर सकती है। फिलहाल एक ऑडिट रिपोर्ट जमा कर दी गई है, दूसरी इसी महीने दाखिल कर दी जाएगी। इसके बाद सरकार को तीसरी रिपोर्ट भी दी जाएगी।
फिलहाल मामले में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज को एक ऑनलाइन प्रणाली के तहत दान से मिलने वाली रकम को देखने व मैनेज करने का काम किया गया है, जो विदेश से प्राप्त होने वाले धन के लिए तत्काल रसीदों को जारी करने का काम करेगी, जिससे दान में पारदर्शिता बनी रहे।