Bahraich News: प्रतिबंधित खाद की बिक्री पर संचालक पर दर्ज हुआ मुकदमा

Bahraich News: कस्बे में स्थित खाद की दुकान पर दो दिन पूर्व जिला कृषि अधिकारी ने छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान 261 बोरी प्रतिबंधित खाद बरामद हुई थी।

Report :  Anurag Pathak
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-11-13 16:46 IST

Bahraich News: यूपी के कस्बे में स्थित खाद की दुकान पर दो दिन पूर्व जिला कृषि अधिकारी ने छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान 261 बोरी प्रतिबंधित खाद बरामद हुई थी। बरामद खाद के नमूने को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था। जांच में नमूना फेल हो गया। जिस पर जिला कृषि अधिकारी की तहरीर पर थाने में मुकदमा लिखा गया है। जिला कृषि अधिकारी की इस कार्रवाई से अन्य खाद दुकानदारों में हड़कंप की स्थिति है।

जिले में इस समय सरसों, मटर, चना की बुवाई चल रही है। फसलों की बुवाई से पूर्व खेत को बनाने के लिए डीएपी खाद का छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन खाद दुकानदारों द्वारा किसानों को नकली खाद बिक्री कर ठगा जा रहा है। ऐसा ही मामला जिले के नवाबगंज कस्बे में देखने को मिला।

छापेमारी में 261 बोरी प्रतिबंधित खाद बरामद

जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पांडे ने बताया कि नवाबगंज कस्बा में खान ट्रेडर्स कंपनी के नाम से खाद की दुकान संचालित है। यहां पर प्रतिबंधित खाद बेचे जाने की सूचना मिली। जिस पर जिला कृषि अधिकारी ने दुकान पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 261 बोरी प्रतिबंधित खाद मिली।


जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि इनमें एनपीके खाद 72 बोरी, पोटाश 29 बोरी और एनपीआर 60 बोरी दुकान में डंप मिली। बरामद खाद के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जांच में सभी नमूने फेल हो गए। जिस पर शनिवार को नवाबगंज थाने में खान ट्रेडर्स कंपनी के संचालक के विरुद्ध जिला कृषि अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया है। जिला कृषि अधिकारी की कार्यवाही से क्षेत्र के अन्य दुकानदारों में हड़कंप है।

प्रतिबंधित खाद की बिक्री पर रोक

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिले में संचालित खाद की दुकानों पर प्रतिबंधित खाद की बिक्री पर रोक है। इसके बावजूद जिनके द्वारा खाद बेची जा रही उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि नवाबगंज में दुकान में मिले 261 बोरी खाद को सीज कर दिया गया है बिक्री करने पर रोक लगा दी गई है।

सोलह सौ एमटी पहुंची डीएपी

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि सरसों की बुवाई से पूर्व और गेहूं की बुवाई के लिए डीएपी की सख्त आवश्यकता होती है। इसको देखते हुए डीएपी खाद की 1600 एमटी जिला मुख्यालय पहुंच गई है। इसे केंद्रों पर भेजा जा रहा है।

Tags:    

Similar News