Bahraich News: सतीश चंद्र मिश्र ने भाजपा के साथ सपा को भी घेरा, लगाए ये गंभीर आरोप

बसपा का टिकोरामोड़ स्थित एक रिसार्ट में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा व तरक्की को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ।

Report :  Anurag Pathak
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-08-30 17:26 GMT

सम्मेलन को संबोधित करते बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र (फोटो-न्यूजट्रैक)

Bahraich News: बहुजन समाज पार्टी का सोमवार को टिकोरामोड़ स्थित एक रिसार्ट में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा व तरक्की को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसके मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र रहे। उन्होंने भाजपा व सपा पर जमकर निशाना साधा। दोनों पार्टियाें को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया। कहा कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा अपमान ब्राह्मण समाज का हुआ है। उन्होंने ब्राह्मणों की एकजुटता पर जोर दिया।

राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि बीते 23 जुलाई से अयोध्या से पार्टी की ओर से गोष्ठी की शुरुआत की गई। इसके माध्यम से भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा जनता के सामने लाकर मुखौटा उतारकर फेंकना है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात किसी से छिपे नहीं है। प्रदेश में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। महिला व बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। आए दिन ब्राह्मणों की हत्याएं हो रही हैं। प्रदेश में दलित व ब्राह्मण का उत्पीड़न हो रहा है। भजपा व सपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आते ही ब्राह्मणों का उत्पीड़न शुरू हो गया था। लखनऊ में हिंदू नेता कमलेश तिवारी की सरेआम हत्या कर दी गई। कानपुर के बिकरू गांव कांड में विकास दुबे को दूसरे प्रदेश से लाकर उप्र में गाड़ी पलटने की आड़ में मार दिया गया। मजबूत किस्म के ब्राह्मणों की लिस्ट बनाकर उन्हें घर से उठा लिया गया और जेल में डाल दिया गया। कहीं महिलाओं का चीर हरण तो कहीं झोपड़ी पर बुल्डोजर चलवाया जा रहा है। हाथरस में दलित बालिका की रेप के बाद हत्या कर दी गई। भाजपा धर्म व समाज के नाम पर वोट लेती है। भाजपा सबसे बड़ी अधर्म पार्टी है। रामलला के नाम पर भाजपा का ठेका है।

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह अयोध्या के नाम पर हजारों करोड़ रुपये चंदा बटोरे गए हैं। ऐसे में अयोध्या तो सोने की नगरी होनी चाहिए, लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है। अयोध्या में भूमि भूजन के बाद ईंट ही गायब कर दी गई। अभी तक वहां मंदिर बनना शुरू ही नहीं हुआ है। भाजपा मंदिर को अभी बनवाना ही नहीं चाहती है। वह आगामी 2022 का चुनाव राममंदिर के नाम पर लड़ना चाह रही है। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार में 23 नए जिले बनाए गए थे और तेजी से विकास भी हुआ था। उन्हाेंने वित्त विहीन शिक्षकों का पक्ष लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने झांसे में लेकर वोट तो ले लिया, बदले में इन्हें सिर्फ धोखा दिया है। शिक्षकों का भाजपा अपमान कर रही है। आने वाले 2022 में बसपा ब्राह्मण समाज से कंधे से कंधा मिलाकर सरकार बनाएगी और सबको न्याय दिलाएगी।

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