Barabanki News: बस हादसा केस में चौंकाने वाला खुलासा, बस-ट्रक ड्राइवर और मालिक के खिलाफ FIR
बाराबंकी में बस दुर्घटना में जिस बस पर यात्री सवार थे उसकी परमिट फरवरी में हीं खत्म हो चुकी थी।
Barabanki News: बाराबंकी बस हादसे में 18 लोगों का मौत का कारण बनने वाली बस की परत दर परत कमियां खुलती जा रही हैं। यह बस यूपी के रामपुर जिले में रजिस्टर्ड थी और इसी वर्ष रजिस्ट्रेशन का ट्रांसफर सीवान जिले में हुआ था। इस बस की सबसे बड़ी कमी यह थी कि इसका परमिट इसी वर्ष फरवरी माह में समाप्त हो चुका था, लेकिन इसके बावजूद यह बस एक राज्य से दूसरे राज्य की सड़कों पर फर्राटा भर रही थी। जांच में इसकी कमियों की कड़ी खुलती जा रही है।
विभाग की जांच में जब इसकी कमियों का खुलासा हुआ तो सबकी आंखें खुली रह गईं। जांच में जो तथ्य सामने आया उसमें सबसे जरूरी बात यह थी कि इस बस का अब तक 32 बार चालान हो चुका है, जिसमें से एक चालान पिछले साल बाराबंकी में भी हुआ था। साथ ही इस बस का परमिट 5 महीने पहले यानी 24 फरवरी 2021 में ही खत्म हो चुका था। इसके बावजूद यह बस राज्य दर राज्य हाईवे पर फर्राटा भर रही थी।
1 अक्टूबर 2014 में इस बस का रजिस्ट्रेशन यूपी के रामपुर जिले से हुआ था
1 अक्टूबर 2014 में इस बस का रजिस्ट्रेशन यूपी के रामपुर जिले से हुआ था, जिसे बाद में इसी वर्ष 21 मार्च 2021 में यह बस बिहार के सीवान में ट्रांसफर करा लिया गया था। यह बस मूलतः बिहार के सीवान में रजिस्टर्ड हुई थी, जबकि इसका मालिक महाराजगंज जिले का रहने वाला था। इस बस का नम्बर UP22-T-7918 है। अभी जांच जारी है और न जाने कितने पेंच इस बस के संचालन में सामने आएंगे।
बाराबंकी जनपद के थाना रामसनेही घाट इलाके से होकर गुजरने वाले अयोध्या-लखनऊ राजमार्ग पर कल एक हादसे में 18 लोगों की दुखद मृत्यु हो गयी और दर्जनों गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री ने भी गहरा दुख जताया और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। कल सभी शवों को उनके परिजनों को और घायलों सहित अन्य लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के बाद आज प्रशासन हरकत में आया और अपनी कार्रवाई शुरू कर दी।
बस में सवार करीब 135 यात्रियों में से 18 लोगों की मौत हो गई थी
रामसनेहीघाट के कल्याणी नदी के पुल पर खराब खड़ी ऋषभ ट्रेवल्स की डबल डेकर बस में लखनऊ की ओर से आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी थी। इससे बस में सवार और नीचे सो रहे लोग उसकी चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस में सवार करीब 135 यात्रियों में से 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। छह लोगों को जिला अस्पताल में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि एक का इलाज चल रहा है।
नौ को गंभीर हालत में लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस हादसे को लेकर बाराबंकी डीएम ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि बस और ट्रक के ड्राइवर व मालिक समेत अज्ञात चोलकर्मियों के खिलाफ एफआईआर करवा दी गई है। साथ ही आगे जांच मे जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। बाराबंकी जिलाधिकारी ने बताया कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता हादसे में घायल लोगों का इलाज कराने को लेकर थी।
जिसके तहत हमने सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल और लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। इसके अलावा जो बाकी लोग बस में सवार थे, जो घायल नहीं थे। लेकिन हादसे के चलते काफी डरे और सहमे हुए थे। उनके खाने-पीने और रहने का इंतजाम कराया गया। साथ ही दूसरी गाड़ियों से उन सभी को बिहार भिजवाया गया। अभी 9 लोग ट्रामा सेंटर में भर्ती है। जिनका इलाज चल रहा है।
टोलप्लाज़ा कर्मियों की गलती सामने आई ...
इसके अलावा जिन 18 लोगों की मृत्य हुई थी, उन सभी का पोस्टमार्टम करवाकर उनके शवों को भी बिहार भिजवा दिया गया है। इसके अलावा बस और ट्रक के ड्राइवर और मालिक समेत अज्ञात चोलकर्मियों के खिलाफ एफआईआर करवा दी गई है। इसके अलावा और भी जो तथ्य इस मामले में निकलकर सामने आएंगे, उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस सम्बन्ध में आरटीओ सर्वेश गौतम और एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि कल यात्रियों की मृत्यु की दुर्घटना काफी दुखद है और इस सम्बन्ध उनके विभाग द्वारा गहन जाँच करवाई गई जिसमें टोलप्लाज़ा कर्मियों की गलती सामने आई क्योंकि उनकी जिम्मेदारी थी कि पैट्रोलिंग समय-समय पर करते रहें और खराब वाहनों को हाईवे से हटाते रहे अगर यह बस भी समय से हटा ली जाती तो शायद दुर्घटना को टाला जा सकता था।
अज्ञात टोलकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है
मगर उनकी लापरवाही भी सामने आई इसके अतिरिक्त वाहन स्वामी और चालक पर भी क्षमता से अधिक यात्री बैठाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रवर्तन विभागसमय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाता है और डग्गामार वाहनों का चालान भी करता है। बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि एआरटीओ की तहरीर पर थाना रामसनेही घाट में वाहन स्वामी, उसके चालक तथा अज्ञात टोलकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। जाँच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी ।