Purohit Welfare Board: पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन के साथ इन नगरों में बनेगा भजन संध्या स्थल

Purohit Welfare Board: प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर एवं वाराणसी में भजन संध्या स्थल तैयार कराये जाए।

Update:2022-04-22 15:41 IST

पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन के साथ इन नगरों में बनेगा भजन संध्या स्थल (Social media)

Purohit Welfare Board: देश की आजादी के बाद यूपी में पहली बार प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिए है। प्रदेश की योगी सरकार का प्रयास राज्य  की  सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित, संवर्धित एवं लोकप्रिय बनाते हुए राज्य को सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में प्रतिष्ठित करना है।

इसकेे पहले योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में हिन्दू जनभावनाओं को देखते हुए मथुरा में रंगोत्सव महोत्सव से लेकर अयोध्या में दीपोत्सव महोत्सव का भी आयोजन करवाया है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने लोकसंकल्प पत्र में इस बात का वादा भी किया था।

संतों और पुरोहितों को लाभ होगा

संत समिति की मांग पर विचार कर बोर्ड के गठन पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया गया है। स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन से आश्रम और मठों में रह रहे साधु संतों और पुरोहितों को लाभ होगा। संत समिति की ओर से इस दिशा में लगातार मांग होती रही है।

प्रदेश की योगी सरकार लखनऊ, सोनभद्र व लखीमपुर खीरी में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना भी कराने जा रही है।  इसी प्रकार, राम वन गमन पथ पर रामायण वीथिकाओं के निर्माण का काम किया जाएगा।

इन जगहों पर भजन संध्या स्थल तैयार कराये जाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर एवं वाराणसी में भजन संध्या स्थल तैयार कराये जाएं। श्री अयोध्या धाम में सहादतगंज नया घाट मार्ग से सुग्रीव किला पथ श्रीरामजन्मभूमि तक 'जन्मभूमि पथ' का 4-लेन चौड़ीकरण तथा अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुमानगढ़ी होते हुए श्रीरामजन्मभूमि तक 'भक्ति पथ' के चौड़ीकरण का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाए।

साथ ही यह भी कहा है कि लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 को देखते हुए महर्षि वाल्मीकि आश्रम लालापुर चित्रकूट, संत रविदास की जन्मस्थली वाराणसी, भगवान श्रीराम एवं निषादराज गुह्य के मिलन स्थल श्रृंग्वेरपुर प्रयागराज के पर्यटन विकास का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए। लखनऊ में महाराजा बिजली पासी किला का पर्यटन विकास तथा लाइट एण्ड साउण्ड शो, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के स्मारक का कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं एवं बोलियों की समृद्धि व संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि बोलियों की समृद्धि व संरक्षण के लिए 'सूरदास ब्रजभाषा अकादमी', 'गोस्वामी तुलसीदास अवधी अकादमी', 'केशवदास बुंदेली अकादमी' तथा संतकबीरदास भोजपुरी अकादमी की स्थापना की जाए। आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक का विकास कराया जाए। सीतामढ़ी स्थल, भदोही के विकास की कार्ययोजना तैयार की जाए।

कम्युनिटी रेडियो का नाम 'जयघोष' रखा जा सकता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ईको एण्ड रूरल टूरिज्म बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। इसी प्रकार, सभी 75 जनपदों में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद का गठन किया जाए। मथुरा के बरसाना तथा प्रयागराज में झूंसी से त्रिवेणी पुष्प तक रोप-वे निर्माण कराया जाए। पर्यटक आवासों का संचालन पीपीपी मोड पर किया जाना श्रेयस्कर होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'एडॉप्ट ए हेरिटेज' नीति के तहत छतर मंजिल, दर्शन विलास कोठी लखनऊ, गोवर्धन की छतरियां मथुरा, कर्मदेश्वर महादेव काशी, चुनार किला मिर्जापुर, बरुआ सागर झील किला हेतु हेरिटेज मित्र का चयन किया जाए। संगीत नाटक अकादमी के स्टूडियो में कम्युनिटी रेडियो प्रारम्भ किया जाना चाहिए। इस कम्युनिटी रेडियो का नाम 'जयघोष' रखा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के 75 जनपदों के समृद्ध इतिहास से परिचय कराती 75 पुस्तकों का प्रकाशन कराया जाए। इसी प्रकार, राष्ट्रभक्ति पर आधारित 75 लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाए।

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