Coronavirus: लखनऊ में बढ़ रहें कोरोना संक्रमण के मरीज़, स्वास्थ्य विभाग ने बदली रणनीति
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मरीज़ लगातार बढ़ रहें जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों को पहचानने की अपनी रणनीति बदल दी है।
Coronavirus: पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसकी रोज़ाना जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोविड़-19 के संबंध में गठित समितियों के ज़िम्मेदार अधिकारियों से मीटिंग कर लेते हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेश में मेगा वैक्सिनेशन अभियान भी चलाया गया था, जिसके तहत 28 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई थी। वहीं, टीकाकरण के मामले में यूपी अब पहले स्थान पर है। यूपी में 5 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज़ लग गई है। मग़र, राजधानी में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने बदली रणनीति
लखनऊ में कोरोना संक्रमण बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मरीज़ों को पहचानने की रणनीति में बदलाव किया है। बुधवार को अधिकारियों ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि अब एक संक्रमित के संपर्क में आने वाले 50 लोगों की जांच होगी। अभी तक 25 लोगों की कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग हो रही थी।
ओपीड़ी में आने वालों की हो रही कोरोना जांच
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमके सिंह के मुताबिक, पहले हर संक्रमित के संपर्क में आने वाले न्यूनतम 25 लोगों के नमूने जांच के लिए एकत्र किए जाते थे। अब इसे 50 कर दिया गया है। बलरामपुर ओपीडी में आने वाले मरीजों की कोरोना की जांच कराई जा रही है। अब तक 13 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। पहले इनकी एंटीजन जांच कराई गई। संक्रमण की पुष्टि के बाद आरटी-पीसीआर जांच कराई गई।
लखनऊ में लगातार दो दिन से दहाई में मिले मरीज़
राजधानी में कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे ही सही लेकिन बढ़ रहा है। लखनऊ में 30 जुलाई को पांच, 31 जुलाई को दो, 1 अगस्त को दो, 2 अगस्त को छः, 3 अगस्त को 11 और 4 अगस्त को 17 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।