Coronavirus Third Wave: KGMU पूरी तरह तैयार, कोरोना की तीसरी लहर में नहीं होगी ऑक्सीजन की किल्लत
Coronavirus Third Wave: केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. एन. संखवार ने बताया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर केजीएमयू तैयार है।
Coronavirus Third Wave: कोरोना वायरस (Corona Virus) की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। राजधानी के अस्पतालों में नए वार्ड्स बनाने का सिलसिला जारी है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के आदेश पर डॉक्टर्स व नर्सों की ट्रेनिंग भी कराई जा रही है। इसी बीच बीते बुधवार को कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा+ के दो केस भी गोरखपुर से सामने आ गए हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 'न्यूज़ट्रैक' (Newstrack) की टीम ने कोविड-19 की तीसरी लहर की तैयारियों के मद्देनजर शहर के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. एन. संखवार (CMS Dr. S.N. Sankhwar) से बातचीत की।
'कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर पूरी तरह तैयार है KGMU'
केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. एन. संखवार ने बताया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर केजीएमयू तैयार है। उन्होंने कहा कि 'केजीएमयू के पास पहले से 110 किलो लीटर का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट तैयार है। वहीं, तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में 3000 लीटर प्रति मिनट का ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट तैयार हो रहा है।'
डॉ. एस. एन. संखवार के मुताबिक- केजीएमयू के पास 1681 जम्बो साइज़ सिलेंडर हैं। वहीं, तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए 100 बेड़ का पीडियाट्रिक वार्ड तैयार किया गया है। जिसमें 50 बेड़ का पीकू-नीकू आइसोलेशन व 50 बेड़ का आईसीयू वार्ड है।'
मुख्य बातें-:
• केजीएमयू के पास 1681 जम्बो साइज़ सिलेंडर हैं।
• अस्पताल में 3000 लीटर प्रति मिनट का ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट तैयार हो रहा है।
• चिकित्सा विश्विद्यालय के पास 110 किलो लीटर का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट पहले से मौजूद है।
• तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए 100 बेड़ का पीडियाट्रिक वार्ड तैयार किया गया है। जिसमें 50 बेड़ का पीकू-नीकू आइसोलेशन व 50 बेड़ का आईसीयू वार्ड है।
• कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मद्देनजर डॉक्टरों व नर्सों की ट्रेनिंग पूरी हो गई है।
• अस्पताल के पास 500 बेड़ का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल है। साथ ही 488 बेड्स अस्पताल के पास हैं। यानि, तीसरी लहर के मद्देनजर केजीएमयू के पास 988 बेड़ हैं।
'2-3 हफ़्तों में तैयार हो जाएगा ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट'
भारत सरकार द्वारा ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट को मंजूरी दी गई थी। जिसके बाद केजीएमयू द्वारा 'ऑक्सीजन मॉनिटरिंग कमेटी' गठित की गई, जिसकी देखरेख में इस कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस संबंध में जब 'न्यूज़ट्रैक' ने ऑक्सीजन मॉनिटरिंग कमेटी के सदस्य डॉक्टर तन्मय तिवारी (KGMU Dr. Tanmay Tiwari) से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि 'इस प्लांट के जरिए वायुमंडल में मौजूद ऑक्सीजन को इकट्ठा कर लिया जाएगा। जिसके बाद उसे केजीएमयू के वार्डों में सप्लाई किया जाएगा।' उन्होंने बताया कि इसका कार्य 2-3 हफ़्तों में पूरा हो जाएगा।