Kalyan Singh Health Update: BJP वरिष्ठ नेता उमा भारती पहुंची कल्याण सिंह का हाल लेने, कहा- 'बाबूजी की छत्रछाया की ज़रूरत'
लखनऊ के SGPGI में एडमिट पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलने बुधवार को भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती पहुंची। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर उनका हाल जाना।
Kalyan Singh Health Update: प्रदेश की राजधानी के रायबरेली रोड़ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) एडमिट हैं। बुधवार को उनसे मिलने भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती पहुंची। उमा भारती ने अस्पताल पहुंचकर कल्याण सिंह का हाल जाना। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में परेशानी हो रही है। जिसकी वजह से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हाल जानने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर अपनी भावनाएं प्रगट की। उन्होंने कहा कि 'मैं आज पीजीआई लखनऊ में कल्याण सिंह के हाल-चाल जानने के लिए पहुंची। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि वह हम सब लोगों के बीच स्वस्थ होकर जल्द वापस आएं।' उमा भारती ने कहा कि ' आज उत्तर प्रदेश एवं भारत में भाजपा की जो मजबूत स्थिति बनी है उसमें बाबूजी कल्याण सिंह का बड़ा योगदान है तथा आगे भी हमें उनकी छत्रछाया की जरूरत है।'
'लाइफ सपोर्ट सिस्टम' पर रखा गया
अस्पताल द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत बेहद नाजुक है। उन्हें मंगलवार शाम से इंटुबैट पर रखा गया है। जो एक तरीके का लाइफ सपोर्ट सिस्टम होता है।
क्या होता है इंटुबैट ?
फेफड़ों को पूरी तरह से ऑक्सीजन मिल सके, इसके लिए यांत्रिक वेंटिलेशन हेतु श्वासनली में एक ट्यूब डाला जाता है। इसे डॉक्टरी भाषा में इंटुबैट (Intuebate) कहते हैं। यह एक तरह का लाइफ सपोर्ट सिस्टम है। इसे तब इस्तेमाल करते हैं, जब मरीज के फेफड़े पर्याप्त रूप से सांस नहीं ले पाते हैं।
4 जुलाई को किया गया था भर्ती
कल्याण सिंह को 4 जुलाई को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। उससे पहले 21 मई से उनका इलाज लोहिया संस्थान में चल रहा था।
इन डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा इलाज
गौरतलब है कि एसजीपीजीआई में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबीयत को ध्यान में रखते हुए नेफ्रोलॉजी, कार्डिऑलाजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, न्यूरो ऑटोलॉजी के विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया गया है। जहां डॉक्टर बनानी पोद्दार, डाक्टर अफजल अज़ीम, डाक्टर नारायन प्रसाद, डॉक्टर सुनील प्रधान, डाक्टर पालीवाल, डाक्टर ईश भाटिया, डाक्टर अमित केसरी द्वारा उनकी यथोचित जांच और उपचार शुरू किया गया है। प्रोफेसर आर के धीमन, निदेशक एवं प्रख्यात हेपेटालाजिस्ट एवं प्रोफेसर गौरव अग्रवाल, एन्डोसर्जन व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भी उनके उपचार की देखरेख चल रहा है।