Kalyan Singh Health Update: पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत बेहद नाजुक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल
Kalyan Singh Health Update : संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह एडमिट हैं।
Kalyan Singh Health Update : प्रदेश की राजधानी के रायबरेली रोड़ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) एडमिट हैं। बुधवार को उनसे मिलने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी जाएंगे। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में परेशानी हो रही है। जिसकी वजह से उन्हें हाई प्रेशर ऑक्सीजन मास्क पर रखा गया था। मगर ताजा जारी हुए हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
'लाइफ सपोर्ट सिस्टम' पर रखा गया
अस्पताल द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत बेहद नाजुक है। उन्हें मंगलवार शाम से इंटुबैट पर रखा गया है। जो एक तरीके का लाइफ सपोर्ट सिस्टम होता है।
क्या होता है इंटुबैट ?
फेफड़ों को पूरी तरह से ऑक्सीजन मिल सके, इसके लिए यांत्रिक वेंटिलेशन हेतु श्वासनली में एक ट्यूब डाला जाता है। इसे डॉक्टरी भाषा में इंटुबैट (Intuebate) कहते हैं। यह एक तरह का लाइफ सपोर्ट सिस्टम है। इसे तब इस्तेमाल करते हैं, जब मरीज के फेफड़े पर्याप्त रूप से सांस नहीं ले पाते हैं।
मंगलवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल पहुंची थी हाल जानने
मंगलवार दोपहर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंद बेन पटेल ने वयोवृद्ध नेता से भेंट की और उनके स्वास्थ्य के विषय में पूछा था। कल्याण सिंह ने भी राज्यपाल की कुशलक्षेम पूछी। वे सचेत, जागरूक व उन्मुख हैं। महामहिम ने चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य लाभ के विषय में जानकारी प्राप्त की।
4 जुलाई को किया गया था भर्ती
गौरतलब है कि कल्याण सिंह को 4 जुलाई को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। उससे पहले 21 मई से उनका इलाज लोहिया संस्थान में चल रहा था।
इन डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा इलाज
गौरतलब है कि एसजीपीजीआई में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबीयत को ध्यान में रखते हुए नेफ्रोलॉजी, कार्डिऑलाजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, न्यूरो ऑटोलॉजी के विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया गया है। जहां डॉक्टर बनानी पोद्दार, डाक्टर अफजल अज़ीम, डाक्टर नारायन प्रसाद, डॉक्टर सुनील प्रधान, डाक्टर पालीवाल, डाक्टर ईश भाटिया, डाक्टर अमित केसरी द्वारा उनकी यथोचित जांच और उपचार शुरू किया गया है। प्रोफेसर आर के धीमन, निदेशक एवं प्रख्यात हेपेटालाजिस्ट एवं प्रोफेसर गौरव अग्रवाल, एन्डोसर्जन व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भी उनके उपचार की देखरेख चल रहा है।