KGMU: प्लास्टिक सर्जरी विभाग में डॉक्टरों की भर्ती का मामला, आरोप व शिकायत का दौर जारी
KGMU: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में डॉक्टरों की नियुक्तियों का मामला एक बार फिर गरमाने लगा है।
KGMU: राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में डॉक्टरों की नियुक्तियों का मामला एक बार फिर गरमाने लगा है। मेडिकल विश्वविद्यालय के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में डॉक्टरों की भर्ती के मामले में एक विधायक की शिकायत के बाद राजभवन ने मामले का संज्ञान लिया था और पूरे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए थे।
आप को बता दें कि केजीएमयू के 43 विभागों में लगभग 230 पदों पर डॉक्टरों की भर्ती की गई थी। उसमें स्क्रीनिंग और इंटरव्यू के बाद नवनियुक्त डॉक्टरों के भर्ती के लिफाफे खोले गए थे, लेकिन इसके बाद प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती को लेकर विवाद छिड़ गया और पूरी भर्ती प्रक्रिया शिकायत के घेरे में आ गई। इस मामले को लेकर मार्च के महीने में सीएम और गवर्नर तक गुहार लगाई गई। तभी से यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूरे मामले की गहनता से जांच
आपको बता दें कि उरई से विधायक गौरी शंकर वर्मा ने केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में हुई भर्ती के अनियमितता का मामला राजभवन और मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया था। 5 अप्रैल को इन्होंने दोनों कार्यालयों में शिकायत दर्ज कराई थी।
25 जून को चांसलर के अपर मुख्य सचिव ने मामले का संज्ञान लेते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को एक पत्र भेजा और पूरे मामले की गहनता से जांच कराने का निर्देश जारी कर दिया।
आपको बता दें कि इस मामले पर केजीएमयू के वाइस चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी ने साफ कर दिया था कि चिकित्सा संस्थान में सारी भर्तियां निष्पक्ष तरीके से हुई हैं और सब का सेलेक्शन मेरिट के ही आधार पर किया गया है। इंटरव्यू के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई है किसी भी प्रकार का संदेह करने पर उसको बहुत आसानी से वेरीफाई किया जा सकता है।