Ambulance strike: हड़ताल से मरीज हुए बेहाल, प्राइवेट एम्बुलेंस की बल्ले-बल्ले
एम्बुलेंस हड़ताल के चलते पूरे लखनऊ में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्राइवेट एम्बुलेंस मरीज के परिजनों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
लखनऊ: राजधानी लखनऊ (Lucknow) में बीते तीन दिनों से एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल (Ambulance strike) जारी है, जिसके चलते पूरे लखनऊ में मरीजों को बड़ी ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस पूरे प्रकरण में प्राइवेट एम्बुलेंस मालिकों की बल्ले बल्ले हो गई है। क्योंकि मरीज के परिजनों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं और परिजन भी मनमाना किराया देने को मजबूर हैं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 19 हजार एम्बुलेंस कर्मियों ने बीतें तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रखी है, जिसके चलते पूरे उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है।
हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने टीम 9 के साथ बैठक कर इस मामले को जल्द से जल्द निपटने का निर्देश दिया था जिसके बाद हरकत में आये अधिकारीयों ने 570 कर्मियों को एस्मा के तहत बर्खास्त कर दिया गया था साथ ही पुलिस की मदद से उनसे एम्बुलेंस की चाबियां भी छीन ली।
जीवीके ईएमआरआई के रीजनल मैनेजर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि कुल 82 एम्बुलेंस हैं। जिसमें 108 एम्बुलेंस सेवा की 44, 102 एम्बुलेंस की 34 और एएलएस की 04 एम्बुलेंस हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को 34 गाड़ियां 108 व 20 गाड़ियां 102 की रवाना हो गई हैं।
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा भेजे जा रहे पायलटों का ट्रायल करने के बाद उन्हें गाड़ियां हैंडओवर की जा रही हैं। वहीं, अभी तक 108 पायलटों को भर्ती कर लिया गया है।