Lucknow Crime News: पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट JPNIC में चोरी, गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज

पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय सेंटर में चोरी का मामला सामने आया है।

Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-07-30 13:51 GMT

जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय सेंटर 

Lucknow Crime News: पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय सेंटर में चोरी का मामला सामने आया है। अर्धनिर्मित जेपीएनआईसी में बेस कीमती सामानों की चोरी की गई है। मामला का खुलासा होने पर प्रोजेक्ट मैनेजर कपिल नायक ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक स्टोर रूम से 168 बाथरूम शॉवर और 126 सीपी एंगिल वाल्व चोरी कर ले गये हैं। वहीं चोरी की शिकायत के बाद गोमतीनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक केशव कुमार तिवारी ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस इस वीवीआईपी प्रोजेक्ट में चोरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।

कंपनी के मैनेजर ने दर्ज कराई एफआईआर

गोमतीनगर थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज कराने वाले कपिल नायक संतकबीरनगर जिले के रहने वाले हैं, वह गोदरेज एंड वायस को मैनुफैक्चरिंग लिमिटेड में तैनात है। उनको कंपनी ने जेपीएनआईसी में बतौर मैनेजर तैनात किया है। कपिल नायक ने गुरुवार को गोमतीनगर थाने में तहरीर दी। जिसके मुताबिक 2013 में जेपीएनआईसी का काम शालीमार कापर्स को दिया गया था। शालीमार ने 2015 में प्रोजेक्ट निर्माण मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल एवं प्लंबरिंग का काम गोदरेज एंड वायस को मैनुफैक्चरिंग लिमिटेड बिकरौली मुंबई को दिया। कंपनी ने प्रोजेक्ट में लगने वाले सामानों को रखने के मल्टीलेवल पार्किंग के भूमिगत तल पर अस्थायी स्टोर बनाया था। जहां पर सभी कीमती सामान रखे गये थे। समय-समय पर क्वालिटी हेड शिवा देसाई स्टोर की ऑडिट करने भी आते थे।

11 जून को क्वालिटी हेड शिवा देसाई लखनऊ पहुंचे। उन्होंने स्टोर का निरीक्षण किया। दरवाजे पर वेंटिलेटर रखा था। अंदर न पहुंच पाने के कारण वहीं से स्टोर की फोटो खींची। फोटो का मिलान पिछली बार 17 दिसंबर, 2020 को हुए ऑडिट के फोटो से किया। तो स्टोर से बाथरूम शॉवर और कार्टन गायब मिले। कपिल के मुताबिक स्टोर रूम से नामी कंपनियों के 168 बाथरूम शॉवर और 126 सीपी एंगिल वाल्व चोरी हुए है। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।

अखिलेश यादव का है ड्रीम प्रोजेक्ट

जय प्रकाश नारायण कन्वेंशन सेंटर (JP Narayan Convention Center) पूर्व अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था, 2012 से 17 के बीच इस सेंटर का निर्माण हुआ था। इसका शुरुआती बजट 865 करोड़ रुपये था, लेकिन बाद में इसकी लागत बढ़ती गई। इस कन्वेंशन सेंटर के निर्माण कार्य पर घोटाले के कई आरोप भी लगे थे। इस पर 881 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, जबकि JP सेंटर को कम्प्लीट करने के लिए अभी भी 130 करोड़ रुपए की दरकार है।

योगी सरकार में काम पड़ा है ठप

2017 में सपा सरकार जाने के बाद से जेपीएनआईसी का पूरा काम ठप पड़ा है। बजट के आभाव में जो काम बचा है वह वैसे है पड़ा है, यहां तक की जो कार्य पूरे हो गए थे वह भी धूल फांक रहे हैं। मौजूदा सरकार की ओर से बजट नहीं मिलने के कारण यह लगभग चार साल से यह बंद पड़ा है। बीच में एक खबर यह भी आई थी कि योगी सरकार इसे बेचना चाहती है, लेकिन बाद में इसका खंडन कर दिया गया। फिलहाल इसकी देख रेख लखनऊ विकास प्राधिकरण के हाथों में है।

शासन को भेजी गई जांच रिपोर्ट

बता दें जब सूबे की सत्ता सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों में आई तो जेपीएनआईसी में घोटाले का खुलासा हुआ। सरकार ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद से शुरू हुई जांच को गति देते हुए तीन सदस्यीय टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार करके इसी हफ्ते शासन को भेजी है। वहीं, सदस्यों ने दिल्ली से जेपीएनआईसी में इस्तेमाल हुए उपकरणों की सूची दिल्ली से मंगाकर मिलान भी कराया है। जांच रिपोर्ट शासन को भेजे जाने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि साढ़े चार साल बाद फिर से जेपीएनआईसी के संचालन को लेकर लविप्रा द्वारा अनुमानित लागत के आधार पर काम की शुरुआत की अनुमति मिल सकती है। शासन के आदेश पर गठित तीन सदस्यीय टीम एक सप्ताह के भीतर पांच से छह बार जेपीएनआईसी में इस्तेमाल किए गए विद्युत, निर्माण सामग्री व अन्य उपकरण की जांच कर चुकी है।

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