Lucknow Crime News: राजकीय बालिका गृह से भागी दो संवासनियां मिली, ये हुआ बड़ा खुलासा

Lucknow Crime News:लखनऊ में राजकीय बालिका गृह से भागी हुई पांच सवासनियों में से दो की बरामदी हो गई है

Report :  Sandeep Mishra
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-07-07 08:15 GMT
प्रतिकात्मक फोटो-सोशल मी़डिया

Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ में राजकीय बालिका गृह से भागी हुई पांच सवासनियों में से दो की बरामदी हो गई है। जानकारी के मुताबित मोतीनगर में राजकीय बालिका गृह से रविवार सुबह को पांच संवासिनियों ने बाउंड्रा वॉल फांद कर भाग निकली थी। जिसके बाद नाका पुलिस ने जांच शुरू की। बीते मंगलवार को एक संवासिनी को बिठुर से बरामद किया तो वहीं आज बुधवार को सीतापुर से दूसरी संवासिनी को बरामद किया है।

मिली जानकारी के मुताबित अन्य और तीन संवासिनियों की पुलिस खोज कर रही है। तीन संवासिनियों के तलाश के लिए टीमें रवाना की कई है। नाका के इस्पेंक्टर मनोज मिश्र के मुताबित संवासिनियों के पास मोबाइल फोन है। उनके मोबाइल फोन के सर्विलांस के जरिए बिठूर में संवासिनी की लोकेशन मिली थी जिसके आधार पर उसे वहां से बरामद किया गया था। भागी दूसरी संवासिनी की लोकेशन सीतापुर में मिली थी जिसे आज बधुवार को बरामद कर लिया गया है। दोनों संवासनियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस बाकी तीन संवासनियों की तलाश कर रही है। 

बाउंड्री वॉल कुदकर भागी थी सवांसिनियां

जानकारी मुताबित लखनऊ के नाका इलाके में मोती स्थित राजकीय बालगृह बालिका से रविवार सुबह करीब 3 बजे पांच संवासिनियां बाउंड्री वॉल कुदकर भाग गई थी। जिसके बाद बालिका गृह की अधीक्षिका ने सात कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके संवासिनियों की तलाश शुरू कर दी थी। मंगलवार को कानपुर के बिठुर के एक गांव से एक सवासिनी को पुलिस बरामद किया। वहीं बुधवार को दूसरी संवासीनी की गिरफ्तारी सीतापुर से की गई थी।

आपको बता दें कि बिठुर से जिस सवासिनी को बरामद किया गया है वो उन्नाव के गंगाघाट की रहने वाली है। बालगृह बालिका से फरार होने के बाद अपने मित्र के घर पर रह रही थी। मिली जानकारी के मुताबित पुलिस को मौके पर सवासिनी का मित्र नहीं मिला है। जिसके बाद पुलिस सवासिनी को लेकर लखनऊ आ गई है।

अधीक्षिक और कर्मचारियों पर बड़ी लापरवाही का आरोप

पुलिस का मानें तो राजबाल गृह से बालिका की अधीक्षिका मिथिलेश पाल और अन्य कर्मचारियों की की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। संवासिनियों के पास मोबाइल रहना पूरी तरह से प्रतिबंधित था लेकिन उसके बाद भी संवासिनियों ने अपने पास मोबाइल फोन बालगृह में अपने साथ रखा था। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस जांच में ये पता लगा है कि संवासिनियों अपने मोबाइल के माध्यम से अपने परिचितों के करीब थी। संवासिनियों के भागने में उनके दोस्तों ने ही उनकी मदद की थी। हालांकि पुलिस अभी मामले की जांच और तीन संवासिनियों की तलाश कर रही है।

नाका के थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज मिश्र ने संवासिनियों के मोबाइल को संर्विलांस पर लगाकर उनकी लोकेशन आधार पर अपनी टीमों को कानपुर उन्नाव सीतापुर और हरदोई भेजा है। उन्होंने कहा तीनों को भी जल्द ही ढूंढ़ निकाला जाएगा 

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