Lucknow News: कूड़े के ढ़ेर में मिली लखनऊ विकास प्राधिकरण की 200 फाइलें, जांच के आदेश

लखनऊ विकास प्राधिकरण में गुरुवार को बेसमेंट की तलाशी में कूड़े के ढेर में पड़ी करीब 200 फाइलें बरामद हुई है। इन फाइलों को आगे की जांच के लिए कब्जे में ले लिया है। इस मामले में 10 कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया गया है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-07-30 11:11 IST

लखनऊ विकास प्राधिकरण (फोटो:सोशल मीडिया)

Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी मजबूत हो चुकी है कि यह बेसमेंट तक घुस गई है। पिछले दिनों सचिव पवन गंगवार की छापेमारी में सैकड़ों फाइलें बेसमेंट से बरामद हुई थी। जिसके बाद सचिव पवन गंगवार ने पूरे बेसमेंट को सील कर सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया था। गुरुवार को एक बार फिर बेसमेंट की तलाशी शुरू हुई थो कूड़े के ढेर में पड़ी करीब 200 फाइलें बरामद हुई है। इन फाइलों को आगे की जांच के लिए अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने अपने कब्जे में ले लिया है। इस मामले में 10 कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया गया है।

बता दें अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बुधवार को 10 कर्मचारियों को काम में लापरवाही का नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। इसके बाद बृहस्पतिवार सुबह से बेसमेंट पार्किंग में सीढ़ियों के नीचे जमा कूड़े से फाइलों की तलाश शुरू हो गई। यहां से करीब 200 फाइलें निकाली गईं। इनके बंडल बनाकर अपर सचिव को जमा कर दिए गए। सचिव पवन गंगवार के आदेश पर अब विभागवार इन फाइलों की छंटनी कर आगे की कार्यवाही होगी। साथ ही इन फाइलों को फेंकने वाले कर्मचारियों को भी चिह्नित किया जाएगा। गौरतलब है कि एलडीए में अनुपयोगी दस्तावेज या कागज निस्तारित करने के लिए कोई नीति नहीं है। यह भी कूड़े में फाइलें डंप करने की वजह बनता है।

सचिव पवन गंगवार ने मारा था छापा

गौरतलब है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के कारनामे जगजाहिर हैं, यहां विभाग की मिली भगत से कुछ भी हो सकता है। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला एलडीए के सचिव पवन कुमार गंगवार ने अचानक प्राधिकरण के बेसमेंट में छापा मारा तो अधिकारी से लेकर कर्मचारी सकते में आ गए। एलडीए सचिव की छापेमारी में बेसमेंट से 50 से अधिक भूखंडों की फाइलें बरामद हुई हैं जो एक गंभीर विषय है। अब सचिव पवन गंगवार के निर्देश पर विभाग इन फाइलों की नंबरिंग के लिए भेज दिया था। बेसमेंट से जो फाइलें बरामद हुई हैं उसमें नेहरू इंक्लेव, शारदा नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, गोमती नगर, प्रियदशर्नी नगर योजना, कानपुर रोड सहित कई योजनाओं की फाइलें हैं जो कई वर्षां से गायब बताई जा रही थीं।

एलडीए में बाबुओं, पूर्व अधिकारियों और दलालों का खेल

बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में बाबुओं, पूर्व अधिकारियों और दलालों का खेल चलता है। जो सरकारी भूखंडों को इधर-ऊधर कराकर मोटा माल कमाते हैं। इन्हीं लोगों की मिली भगत से नौ मीटर चबूतरे पर कानपुर रोड योजना में कमर्शियल भूखंड समायोजित कर दिए इनकी तमाम फाइलें गायब थीं। ये फाइलें आवासीय, कॉमर्शियल और इंजीनियरिंग सेक्शन से जुड़ी हैं। जांच से बड़े घोटाले का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है।

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