Lucknow News : अमित शाह ने किया CM योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट का शिलान्यास, जानिए फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट की खासियत
Lucknow News : राजधानी में आज रविवार को ग्रह मंत्री अमित शाह ने फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट की आधारशिला रखा।
Lucknow News : राजधानी में आज रविवार को ग्रह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने जिस फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट (Forensic Science Institute) की आधारशिला रख रहे हैं। यह इंस्टीट्यूट डीएनए (DNA ) जांच के विषय मे देश का सबसे अनूठा संस्थान होगा। यूपी पुलिसिंग वैज्ञानिक तकनीकियों के कई आयामों को यह इंस्टिट्यूट स्थापित करेगा।
बताया गया कि इस इंस्टिट्यूट में गुजरात के गांधी नगर के राष्ट्रीय न्यायालय विज्ञान विश्वविद्यालय की मदद से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डीएनए को (Center of Excellence for DNA) स्थापित किया जायेगा। डीएनए के क्षेत्र में यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सबसे अनूठा संस्थान होगा। इसकी स्थापना के बाद से सूबे में अतिआधुनिकतम तकनीक व शोध को विकसित करने में सहायता मिलेगी। अत्याधुनिक यह फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट लगभग 50 एकड़ भूमि में बन रहा है। इसकी लागत लगभग 200 करोड़ रुपये आएगी।
सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अत्याधुनिक फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट को स्थापित करने का सपना महज इसलिये संजोया है,ताकि आपराधिक मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए घटनाओ की साइंटफिक जांच उच्च तकनीकि के साथ जल्द से जल्द पूरी हो सके। सीएम योगी का आज यह सपना पूर्ण होने जा रहा है। यह अत्याधुनिक फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट गृह मन्त्रालय के सहयोग से स्थापित हो रहा है।
सूबे का यह फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट जटिल अपराधों की जाँच में ही सिर्फ सहयोग नहीं करेगा बल्कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को बेहतर तकनीकी शिक्षा व रोजगार के सुअवसर भी प्रदान करेगा। इस इंस्टिट्यूट ने आईटी व साइंस वर्ग के स्टूडेंटस,विभिन्न सब्जेक्ट पर कोर्स कर सकेंगे। इस इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर के रूप में एडीजी रैंक के साथ अन्य अधिकारियों की नियुक्तियां भी की जाएंगी।
आज के मौजूदा दौर में अपराध की प्रकृति काफी चेंज हुई है। अपराधी कई उच्च कोटि की तकनीकी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में योगी सरकार की यह मंशा थी कि अपराधियों को शीघ्र सजा दिलवाने के लिए जांच के स्तर को अत्याधुनिक बनाना है। यह इंस्टिट्यूट उच्च मानकों की तकनीकी व उसके संचालन की प्रक्रियाओं को ईजाद करेगा। इस इंस्टिट्यूट में अब एक साल के भीतर पाठ्यक्रमों को शुरू करने की मंशा योगी सरकार की है। इस इंस्टिट्यूट का मुख्य उद्देश्य फॉरेंसिक विज्ञान, व्यवहारिक विज्ञान, प्रौद्योगिकीय प्रबंधन के क्षेत्र में नवीन शिक्षा, प्रक्षिक्षण व शोध प्रदान करना रहेगा। स्टूडेंटस के लिए सर्वोच्च केंद्र की सुविधाएं इस इंस्टिट्यूट में मौजूद रहेंगी।