Lucknow News: LDA में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा,रजिस्ट्री में मिले फर्जी हस्ताक्षर
Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण में इन दिनों भूखंडों में हुई गड़बड़ी की जांच तेजी से चल रही है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के राजधानी लखनऊ (Lucknow) में लखनऊ विकास प्राधिकरण में इन दिनों भूखंडों में हुई गड़बड़ी की जांच तेजी से चल रही है। अभी जिन भूखंडों की जांच जारी है उसमें ट्रांसपोर्ट नगर व गोमतीनगर के भूखंड शामिल हैं। गोमतीनगर के 12 भूखंडों में से तीन की जांच एलडीए पहुंच गई हैं।
लखनऊ विकास प्राधिकरण को इन तीनों भूखंडों की रजिस्ट्री में गड़बड़ी का शक है। शक इसलिए भी गहरा गया है कि कागजात में जिन देवी प्रसाद अधिकारी के हस्ताक्षर हैं शुरुआती जांच में उसका मिलान नहीं हुआ है। बाबू एसएन चौरसिया के साइन भी फर्जी किए गए हैं। ट्रांसपोर्ट नगर के पांच भूखंड में खेल किया गया है। यहां पूर्व अधिकारी, विभाग के बाबुओं और दलालों ने मिलकर जालसाजी की है। सभी मामलों की जांच अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा कर रहे हैं।
रजिस्ट्री के पन्ने हैं गायब
एलडीए के भूखंडों में हुए फर्जीवाड़े पर सचिव पवन गंगवार ने कहा है कि तीनों सत्यापित रजिस्ट्री कॉपी आ गई हैं। इनमें विनीत खंड की 1/76 बी, विभूति खंड 3/43 और विक्रांत खंड 2/1 हैं। इनकी एलडीए द्वारा की गई रजिस्ट्री गायब है। कहीं दूसरी रजिस्ट्री मिली है तो किसी का पहला पन्ना गायब है। ट्रांसपोर्ट नगर योजना की जांच कर रहे अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा के मुताबिक एफ 301, एफ 181, एफ 361, जी 129 और एफ 362 में भी गड़बड़ी की आशंका है।
इसके अलावा सचिव लविप्रा पवन कुमार ने ई 73 फेस टू, जी 18 308 फेस वन, जी 34 308 फेस टू, एम जी वन और एमजी टू में भी फर्जीवाड़ा की आशंका जताई है। लविप्रा शहर की कई अन्य योजनाओं की भी जांच करा रहा है। ताकि फर्जीवाड़ा दूर कर आरोपितों पर कार्रवाई की जा सके।
एलडीए में बहुत दिनों से फर्जीवाड़ा का खेल चलता आ रहा है
लखनऊ विकास प्राधिकरण में फर्जीवाड़े का खेल बहुत समय से चलता आ रहा है, गोमतीनगर, ट्रांसपोर्ट नगर का मामले की जांच चल रही है। जिससे यह हाईलाइट हो गया वरना दबा रहता तो कोई जांच नहीं होती। ऐसे ही एलडीए की प्रियदर्शनी कॉलोनी में फर्जी रसीदें बनाकर प्लॉट की रजिस्ट्री कराने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था।
एक ही प्लॉट की दो लोगों के पास रसीद होने का फर्जीवाड़ा
प्रियदर्शनी कॉलोनी के प्लॉट नंबर 1/ 261 पर जब दो लोग अपने पास रजिस्ट्री होने का दावा करने लगे तो इस फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ हुआ। मामला संज्ञान में आने बाद से सभी प्लॉट्स की रसीदों की जांच परख शुरू हो गई है, अधिकारियों को ऐसे ही और फर्जीवाड़े निकलने की आशंका है।