Lucknow News: LDA वीसी ने बैठक में कहा- ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के काम में लायी जाये तेजी

Lucknow News: ग्रीन कॉरिडोर को लेकर आगामी दो अगस्त को नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Published By :  Pallavi Srivastava
Update: 2021-07-31 05:01 GMT

लखनऊ विकास प्राधिकरण (फोटो:सोशल मीडिया)

Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने ग्रीन कॉरिडोर की समीक्षा करते हुए इसके सभी कार्य तय समय के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए हैं। एलडीए वीसी ने कहा है कि 15 अगस्त से पहले व्यावहारिकता रिपोर्ट आते ही कार्य में तेजी लाई जाए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सितंबर के अंतिम सप्ताह तक ग्रीन कॉरिडोर की डीपीआर प्रथम फेस की रिपोर्ट देने के जो निर्देश पहले दिए गए हैं उस पर पूरी तरह से अमल किया जाए।बता दें कि आगामी दो अगस्त को नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन अधिकारियों के साथ ग्रीन कॉरिडोर को लेकर एक बैठक करेंगे।

लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी (File Photo) pic(Social media)

2087 करोड़ रुपये से तैयार होगा ग्रीन कॉरिडोर

लखनऊ विकास प्राधिकरण के अनुमान के मुताबिक ग्रीन कारिडोर पर 2087 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन किया है। प्रस्ताव के मुताबिक गोमती के बाएं और दाएं तट पर हरियाली के बीच दो-दो लेन का कॉरिडोर तैयार होगा। इसके अलावा दोनों सड़कों के दोनों तरफ पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाया जाएगा। पूरी रोड पर कोई ट्रैफिक लाइट न उपयोग हो, इसके लिए भी एलडीए ने डिजाइन में जरूरी बदलाव किए हैं।

यह रोड आईआईएम, सीतापुर-हरदोई बाईपास से किसान पथ के पास एक्वाडक्ट तक बनानी प्रस्तावित है। इससे किसान पथ से सीधे सीतापुर-हरदोई बाईपास भी गोमती नदी होकर जाया जा सकेगा। पूरे रूट की लंबाई करीब 20 किमी होगी, जिसे एलडीए पांच भाग में तैयार करेगा। प्रोजेक्ट में से पहले से 270 करोड़ रुपये की बंधा रोड बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत है। कुछ भाग में एलडीए व सिंचाई विभाग इसका निर्माण भी कर चुके हैं। बसंतकुंज योजना, आईआईएम, गोमतीनगर विस्तार, शालीमार वन वर्ल्ड के पास बंधा रोड कुछ भाग में बन चुकी है। अब पूरी नदी के किनारों पर यह रोड बनाने की योजना है।

ग्रीन कॉरिडोर बनने से जाम की समस्या होगी कम

वैसे तो राजधानी लखनऊ में फ्लाईओवर का जाल फिर आउटर व किसान पथ के साथ ही ग्रीन कॉरिडोर बनने से यातायात की समस्या तीस फीसद कम हो जाएगी। यही नहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) पर भी फर्क पड़ना तय है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) की प्रारंभिक रिपोर्ट में ग्रीन कॉरिडोर बनने से सुबह व शाम अधिकांश चौराहों पर लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी। यह शहर की लाइफ लाइन साबित होने जा रहा है।


इनको मिलेगा अधिक लाभ

रायबरेली रोड, एसजीपीजीआइ, तेलीबाग, आशियाना, कानपुर रोड, एल्डिको, शहीद पथ, सीजी सिटी, अर्जुनगंज, अहिमामऊ, सरसवां, मलेशेमऊ, मकदूमपुर, अंसल, गोमती नगर विस्तार, इस्माइलगंज, कमता, चिनहट, फैजाबाद रोड, इंदिरा नगर, दुबग्गा, हाजी कालोनी, बसंत कुंज योजना, मडिय़ांव व आइआइएम सहित सीतापुर रोड पर बसी कालोनियों के साथ ही शहर की 20 लाख से अधिक आबादी को लाभ होगा।

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