Lucknow News: LU का छात्र संगठन किसानों के समर्थन में आया, राकेश टिकैत को समर्थन पत्र सौंपा
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के संयुक्त छात्र मोर्चा ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राजधानी लखनऊ (Lucknow) में स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के संयुक्त छात्र मोर्चा ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। और संयुक्त छात्र मोर्चा के नेताओं ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को अम्बेडकर पार्क के सामने अपना समर्थन पत्र सौंपा।
समाजवादी छात्रसभा के जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव ने बताया कि इस संयुक्त मोर्चे में एनएसयूआई ,एसएफआई ,आइसा और आम आदमी पार्टी छात्र सभा के छात्र शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका कार्यक्रम शीरोज हैंग आउट में था। लेकिन पुलिस ने वहाँ नहीं करने दिया।
छात्र नेता महेंद्र यादव ने कहा ये सरकार किसान विरोधी है
छात्र नेता महेंद्र यादव ने कहा कि सरकार किसानों की हक की बात करती है। और उनकी आय दोगुनी करनी बात करती है। लेकिन हकीकत में सब उल्टा करती है। ये सरकार किसान विरोधी है। छात्र मोर्चा ने जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि सरकार डीज़ल के दाम पेट्रोल के लगभग बराबर पहुंचा दिया है।
सरकार ने किसानों की कमर तोड़ दी है
किसान इस समय इतना परेशान की जिसकी सरकार ने हद पार कर दी है। अब सरकार को 2022 में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कृषि कानून बिल लाकर सरकार और अब किसानों की कमर तोड़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि किसान यूनियन के नेता 9 महीने से दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर रहे रहे हैं।
महेंद्र यादव ने कहा ये कृषि कानून पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाले हैं
लेकिन सरकार तीनों कृषि कानूनों की वापसी करने को नहीं है। सरकार का कोई नेता किसान नेता से बातचीत करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि ये सरकार केवल पूंजीपतियों की सरकार है। इसमें किसान और गरीबों के लिए कोई जगह नहीं है। और ये बिल में पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया है। तभी सरकार इस बिल को वापस नहीं ले रही है। और अब संयुक्त छात्र मोर्चा इनके समर्थन में आ गया है ।और इस आंदोलन को और गति प्रदान करेगा। हम लोग पुलिस की लाठियों से डरने वाले नहीं है।