Lucknow News: टीएसआई की ईमानदारी देख पुलिस के लिये प्रेमलाल का दिल बोला जयहिंद
Lucknow News: आम नागरिक प्रेम लाल का बटुआ अहिमामऊ चौराहे के पास गिर गया था। टीएसआई भरत वीर सिंह ने तत्काल प्रेमलाल से सम्पर्क किया और उन्हें यह खुश खबरी दी कि उनका गुम बटुआ उन्हें सड़़क पर पड़ा मिल गया है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) की पुलिस(Police) आजकल अपने सराहनीय कामों के लिए वाह वाही बटोर रही है। पहले की अपेक्षा अब जनता के बीच पुलिस डिपार्टमेंट की छवि साफ-सुथरी हुई है। राजधानी लखनऊ(Lucknow) से कमिश्नरेट पुलिस(Commissionerate Police) की ईमानदारी सामने आई है। यहां टीएसआई भरत वीर सिंह ने एक व्यक्ति का सड़क(Road) पर गिरा बटुवा(Wallet) उसे सूचना देकर लौटाया है।
राजधानी में पुलिस महकमे के कुछ अधिकारी व कर्मचारी आम जनता(General public) के बीच खाकी की एक अच्छी छवि बना रहे हैं। राह चलते परेशान लोगों की मदद करना इन पुलिस कर्मियों का एक अभियान है। लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की ईमानदारी का एक ताजा उदाहरण चर्चा में आया है। इस मामले ने एक बार फिर राजधानी की मित्र पुलिस की छवि पर चार चांद लगा दिए हैं। आम जनता के बीच खाकी की छवि को चमकाने के इस बार सूत्रधार बने राजधानी के टीएसआई भरत वीर सिंह।
बता दें कि लखनऊ महानगर के रहने वाले आम नागरिक प्रेम लाल(Premlal) का बटुआ अहिमामऊ चौराहे के पास गिर गया था। प्रेम लाल की पतलून की जेब से गिरे इस बटुए में कुछ रुपये, एक एटीएम कार्ड व एक आधार कार्ड था। घर जाकर जब उन्होंने जब अपनी पतलून को चेक किया, तो पाया कि उनकी पतलून की जेब से उनका बटुआ गायब था। वे बेहद परेशान हो गए और उन्होंने यह मान लिया कि इस कलियुग के माहौल में अब उनका गुम हुआ बटुआ तो नहीं मिलना है?
बटुआ पाकर खुश हुए प्रेमलाल
इधर अहिमामऊ चौराहे पर प्रेमलाल का बटुआ टीएसआई भरतवीर सिंह(TCI Bharat Veer Singh) को मिल गया। यह बटुआ मिलते ही टीएसआई भरतवीर सिंह समझ गए कि यह जिस शख्स का यह बटुआ है वो इस समय बेहद परेशान व तनाव में होगा। बस टीएसआई साहब ने दिल मे यह ठान लिया कि इस बटुए को वापस कर वे उस शख्स के तनाव को खत्म कर देंगे। उन्होंने उस बटुए को चेक किया और उसमें प्रेमलाल का नम्बर मिल गया।
उन्होंने तत्काल प्रेमलाल से सम्पर्क किया और उन्हें यह खुश खबरी दी कि उनका गुम बटुआ उन्हें सड़़क पर पड़ा मिल गया है। यह खबर सुनते ही बेचारे प्रेमलाल के चेहरे पर प्रसन्नता के भाव जगमगाने लगे। वे तत्काल टीएसआई भरतवीर सिंह के पास पहुंचे और अपना गुम हुआ बटुआ उनसे वापस लिया। अपना बटुआ वापस पाकर प्रेमलाल बहुत खुश नजर आ रहे थे। कमिश्नरेट पुलिस के एक टीएसआई के इस ईमानदारपूर्ण व्यवहार को अहसास उनके दिल ने अंदर तक किया तभी उनका दिल खाकी को कर रहा है जयहिंद।