UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव को लेकर उत्साहित है BJP, इस बार CM योगी भी उतरेंगे मैदान में

विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी इस बार विधायकों के साथ ही विधानपरिषद सदस्यों पर भी दांव लगाना चाह रही है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-07-25 12:40 IST

UP Assembly Election 2022: CM योगी भी उतरेंगे मैदान में: फोटो- सोशल मीडिया  

UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा उत्साहित सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ही दिख रही है। इसके लिए भाजपा ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। दोबारा सत्ता हासिल करने को लेकर आश्वस्त दिख रही भाजपा इस बार विधायकों के साथ ही विधानपरिषद सदस्यों पर भी दांव लगाना चाह रही है। भाजपा के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में संगठन में बेहतरीन काम कर चुके प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के अलावा डिप्टी सीएम डा दिनेश शर्मा कैबिनेट मंत्री महेन्द्र सिंह और मोहसिन रजा को भी चुनाव मैदान में उतारने को तैयार है।

दरअसल, भाजपा हाईकमान मान चुका है कि अगले विधानसभा चुनाव में जनता का मूड भाजपा को फिर सत्ता में सौंपने का बन चुका है। इसलिए वह इन सभी नेताओं को, जिन्होंने सीधे जनता के वोट से सदन में प्रवेश नहीं किया, विधानसभा चुनाव में उतारा जाना चाहिए। हांलाकि इसमें से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह एक बार पहले विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, पर वो यह चुनाव हार गए थें।

मोहसिन रजा: फोटो- सोशल मीडिया  

सीएम योगी ने गोरखपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था

पार्टी में इस बात की भी चर्चा है कि कभी लोकसभा से सांसद रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस बार के विधानसभा के चुनाव में उतारा जाएगा। इस समय वह विधान परिषद के सदस्य हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने लोकसभा की गोरखपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्हें 18 सितम्बर 2017 को विधानपरिषद का सदस्य बनाया गया था। उनके साथ ही डा. दिनेश शर्मा और स्वतंत्रदेव सिंह को भी विधानपरिषद का सदस्य बनाया गया था। हांलाकि स्वतंत्रदेव पहले भी विधानपरिषद सदस्य थे जबकि डा. महेन्द्र सिंह 2012 से उच्च सदन की शोभा बढ़ा रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह: फोटो- सोशल मीडिया

योगी सरकार पूरी तरह से चुनावी मोड में

पार्टी को लग रहा है कि भाजपा के इन दिग्गजों के चुनाव मैदान में उतरने से उस पूरे क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ यूपी में इन दिनों योगी सरकार पूरी तरह से चुनावी मोड पर आ चुकी है। अधिकारियों से विकास योजनओं को नवम्बर तक पूरा करने को कहा गया है। इसके अलावा केन्द्र सरकार की अधूरी पड़ी योजनाओं को भी जल्द पूरा करने को कहा गया है। अधिकारियों से कहा गया है कि विकास योजनाओं को पूरा करनेके लिए पैसे की कमी नहीं होनी चाहिए।

भाजपा के पास जनता को बताने के लिए बहुत कुछ

केन्द्रीय हाईकमान भी इस बात से पूरी तरह से आश्वस्त है कि विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए भाजपा के पास जनता को बताने के लिए बहुत कुछ है। फिर चाहे वह राममंदिर हो, तीन तलाक, धारा 370, लव जेहाद कानून, धर्मान्तरण कानून तथा जनसंख्या कानून समेत कई अन्य मामले क्यों न हों।

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