SGPGI: नए डायग्नोस्टिक ब्लॉक में मिलेंगी ये सुविधाएं, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने किया रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए भोजनालय भवन का उद्घाटन
राजधानी के रायबरेली रोड स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में शाम को नवीन डायग्नोस्टिक ब्लॉक व रेजिडेंट डॉक्टरों हेतु भोजनालय भवन का लोकार्पण किया गया।
लखनऊ: सोमवार को राजधानी के रायबरेली रोड स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में शाम को नवीन डायग्नोस्टिक ब्लॉक व रेजिडेंट डॉक्टरों हेतु भोजनालय भवन का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा, वित्त व संसदीय मामलों के मंत्री सुरेश खन्ना (UP Minister Suresh Khanna) मौजूद थे। उनके द्वारा ही इन दोनों सुविधाओं का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही मंत्री द्वारा एडवांस डायबिटिक सेंटर का भी शिलान्यास किया गया, जिसे एडवांस ऑप्थामालॉजी भवन के तीसरे और चौथे तल पर निर्मित किया जाएगा। यहां मधुमेह के रोगियों को एक ही छत के नीचे सभी संबंधित व्याधियों के उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसमें आंख की जांच एवं डायबिटिक फुट का उपचार भी इसी केंद्र में किया जाएगा।
सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक खुलेगा भोजनालय
संस्थान परिसर में डॉक्टरों के लिए भोजनालय भवन का उद्घाटन किया गया, जो प्रातः 7:00 बजे से रात्रि 12:00 बजे तक खुला रहेगा। रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए बने दो मंजिला भोजनालय भवन में 188 व्यक्तियों के बैठने की सुविधा प्रदान की गई है, जिसमें भूतल पर 76 व्यक्तियों व प्रथम तल पर 112 व्यक्तियों के लिए भोजनालय का प्रावधान है। द्वितीय तल पर रसोई भंडार कक्ष की व्यवस्था की गई है। न्यू डायग्नोस्टिक ब्लॉक के भूतल एवं बेसमेंट में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा अपनी सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग देगा ये सुविधाएं:-
• अत्याधुनिक रक्तदान सुविधा
• प्लाज्मा फेरेसिस एंड कन्वलर्सेंट
• पोस्ट डोनेशन क्लीनिक
• अस्थि मज्जा स्टेम सेल प्रत्यारोपण के लिए रक्त किरणों के लिए स्थान
• आधान संचरित संक्रमणों की जांच के लिए उन्नत प्रयोगशाला
• स्नातकोत्तर की परीक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के लिए संगोष्ठी एवं शिक्षण कक्ष
• स्नातकोत्तर के परीक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षण प्रयोगशाला
• उन्नत मॉलिक्यूलर प्रयोगशाला
• रक्त भंडारण के लिए कोल्ड रूम की सुविधा
• विभागीय भंडार
ऐसा है नवीन डायग्नोस्टिक ब्लॉक:-
प्रथम तल पर पैथोलॉजी विभाग की एडवांस मौलिक्यूलर पैथोलाजी लैब व विभाग का सेमिनार कक्ष बनाया गया है। दूसरे व तीसरे तल को माइक्रोबायोलॉजी विभाग को प्रदान किया गया है, जहां दूसरे तल पर पैरासाइटोलॉजी, माइकोलॉजी व टयूबरकुलोसिस लैब का कार्य होगा। तीसरे तल पर पूर्ण समर्पित कोविड लैब होगी, जहां कोविड संबंधित परीक्षण लगाए जाएंगे।
'संस्थान निरंतर प्रगति करेगा'
संस्थान में इन सभी सुविधाओ का लोकार्पण करते हुए कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 'इन सब सुविधाओं के साथ संस्थान निरंतर प्रगति करेगा ऐसी हम सब आशा करते है, किंतु हम यही चाहते हैं कि संस्थान के प्रत्येक डाक्टर और स्टाफ का रोगी के प्रति व्यवहार अत्यंत सौहार्दपूर्ण और ममत्व से भरा हो। साथ ही इस ऊंचाई पर पहुंचने के बाद संस्थान अपनी प्रगति को संभाल पाए और उसे बरकरार रख पाए, ऐसी भी हम आशा करते हैं।'
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, राज्य सरकार के राज्य मंत्री चिकित्सा शिक्षा व प्रशिक्षण संदीप सिंह, संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन, अपर निदेशक शुभ्रा सक्सेना एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर गौरव अग्रवाल भी उपस्थित थे।