Lucknow News: मधुमिता हत्याकांड आरोपी अमनमणि त्रिपाठी को BSP से टिकट मिलने पर धरने पर बैठीं बहन निधि शुक्ला और सारा सिंह की मां सीमा सिंह
Lucknow News: विधायक अमन मणि त्रिपाठी को बसपा से टिकट मिलने पर कवियित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला और सारा सिंह की मां सीमा सिंह बीएसपी कार्यालय के बाहर धरना दे रहीं।
Lucknow News: विधायक अमन मणि त्रिपाठी को बसपा से टिकट मिलने पर कवियित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला और सारा सिंह की मां सीमा सिंह बीएसपी कार्यालय के बाहर धरना दे रहीं। कल गाँधी प्रतिमा के सामने भी बैठे कर जताया था विरोध। आज बसपा कार्यालय पर धरना देने पहुंची। जहां से पुलिस हिरासत में ले जा रही है।
बसपा कार्यालय के सामने धरना से रही मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला के पास से पुलिस ने पिस्टल बरामद की। निधि शुक्ला के पास से मिली रिवाल्वर को पुलिस ने ज़ब्त कर लिया है।
महाराजगंज के नौतनवा से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को बसपा प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। कवियत्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला और अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी सारा सिंह की माँ सीमा सिंह आज बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय के सामने टिकट देने के खिलाफ धरने पर बैठ गई हैं।
बता दें अमनमणि त्रिपाठी 2017 में निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नौतनवा से विधायक बने थे। 2022 के लिए वह कई पार्टियों से टिकट के जुगाड़ में थे जब बात नहीं बनी तो आखरी समय में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद से बातचीत शुरू की वहां भी बात नहीं बनी तो उन्होंने बहुजन समाज पार्टी में जुगाड़ बैठा लिया। जिसके बाद मायावती ने उन्हें नौतनवा से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसी को लेकर अब इन दोनों महिलाओं ने बसपा कार्यालय के बाहर धरना दे रही हैं।
क्यों कर रही हैं विरोध?
आपको बता दें अमनमणि त्रिपाठी के पिता अमरमणि त्रिपाठी मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में जेल में सजा काट रहे हैं। कवियत्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला लंबी लड़ाई के बाद अपनी बहन को न्याय दिला पाई हैं.
वहीं अमनमणि त्रिपाठी पर सारा सिंह के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने उनकी बेटी की मार दिया। जबकि अमनमणि त्रिपाठी की ओर से इसे रोड एक्सीडेंट बताया गया था। इसी मुद्दे को लेकर मधुमिता की बहन और सारा की मां लंबे समय से पिता-पुत्र के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं।
अमरमणि त्रिपाठी जहां जेल में सजा काट रहे हैं वहीं अमनमणि त्रिपाठी बाहर हैं, अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए सीमा सिंह योगी सरकार में काफी समय तक न्याय की मांग करती रही है। अमनमणि त्रिपाठी की बीजेपी सरकार से काफ़ी नजदीकियां रही हैं भले ही उन्हें पार्टी में शामिल नहीं किया गया या टिकट नहीं मिला। अमरमणि त्रिपाठी ने एमएलसी चुनाव बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया था।
2017 में निर्दलीय जीते थे चुनाव
गौरतलब है कि अमरमणि त्रिपाठी 2017 में निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नौतनवा विधानसभा सीट से मैदान में उतरे थे और उन्हें जीत हासिल हुई थी अमरमणि त्रिपाठी की बहन प्रचार करने विदेश से आई थी उस वक्त अमनमणि जेल में बंद थे और दोनों बहनों ने जनता के बीच जाकर अपने भाई की जीत के लिए आशीर्वाद मांगा था। दो बहनों के प्रचार से जनता भी प्रभावित हुई और अमन मणि त्रिपाठी को झोली भर के वोट दे दिया जिससे वह पहली बार विधायक भी बन गए।