UP Election 2022: करहल के बाद सपा के 'दरकते किले' मल्हनी को संभालेंगे मुलायम सिंह यादव
जौनपुर की मल्हनी सीट समाजवादी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। यहां पर जनतादल यू से बाहुबली धनंजय सिंह चुनाव मैदान में उतरे हैं। जबकि भाजपा ने पूर्व सांसद केपी सिंह और बसपा ने शैलेन्द्र यादव को बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारा है।
UP Election 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए करहल (Karhal) के बाद अब जौनपुर (jaunpur) की मल्हनी सीट (malhani seat) प्रतिष्ठा का सवाल बन गयी है। हाल यह है कि यादव परिवार के सदस्य अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) यहां जनसभा करने आ रहे हैं। वहीं, पार्टी संस्थापक और बुजुर्ग नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को भी मतदाताओं (voters) को रिझाने के लिए यहां आना पड़ रहा। इससे पहले वो बेटे अखिलेश यादव के लिए करहल और भाई शिवपाल सिंह यादव के लिए जसवंत नगर (Jaswant Nagar) में चुनाव प्रचार (Election Campaign) कर चुके हैं। बता दें, कि शिवपाल सिंह यादव 2 मार्च को और मुलायम सिंह यादव 3 मार्च को पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में जौनपुर में चुनावी रैली करेगें।
जौनपुर की मल्हनी सीट समाजवादी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। यहां पर जनता दल यू (JDU) से बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) चुनाव मैदान में उतरे हैं। जबकि भाजपा ने पूर्व सांसद केपी सिंह और बसपा ने शैलेन्द्र यादव को बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारा है।
मुलायम सिंह के खास जीतते रहे यहां से
यह मुलायम सिंह के खास रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव की परंपरागत सीट रही है। उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में स्व.पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव ने यह सीट जीतकर समाजवादी पार्टी की झोली में डाला। उप चुनाव में लकी यादव को 73,835 वोट मिले थे, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर धनंजय सिंह को 68,836 वोट प्राप्त हुए थे। धनंजय चार हजार वोटों से चुनाव हारे थे। जबकि, भाजपा के मनोज सिंह को कुल 28,840 वोट मिले थे।
2012 और 2017 में धनंजय को मिल चुकी है शिकस्त
कहा जा रहा है कि धनंजय सिंह ने अपने ही सिपहसालार शैलेन्द्र यादव को बसपा का प्रत्याशी घोषित करा दिया है। हालांकि, पारसनाथ यादव ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से धनंजय सिंह को हराया था। उस चुनाव में पारसनाथ यादव को 69351 मत मिले थे, जबकि निर्बल भारतीय शोषित दल से धनंजय सिंह को 48,141 मत मिले थें। इस सीट पर पारसनाथ यादव ने लगातार दो बार धनजंय सिंह को शिकस्त दी। यह सीट पहले रारी के नाम से जानी जाती थी लेकिन परिसीमन के बाद 2012 में यह अस्तित्व में आई थी।
सीट पर जातीय समीकरण
जौनपुर की मल्हनी सीट पर इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में पारसनाथ यादव ने जीत दर्ज की थी। इस सीट पर लगभग 3,41,017 मतदाता हैं। जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या एक लाख 79 हजार 960 है। इसमें से यादव जाति के 80 हजार, दलित 7000 तथा 40 हजार मुस्लिम मतदाता समेत अन्य जाति के हैं।
अब देखना यह होगा कि समाजवादी पार्टी अपने दरकते किले को संभाल पाने में कितना सफल हो पाती है। इसका पता 10 मार्च को आने वाले चुनाव परिणाम के बाद ही तय हो सकेगा।