Maneka Gandhi News: केशव मौर्य से मिलीं मेनका गांधी, बदहाल सड़कें बनाने की मांग, Newstrack.com के सामने उठाया था मुद्दा

Maneka Gandhi News: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) लखनऊ से गाजीपुर तक 431 किलोमीटर का बनाया गया है। ये नौ जिलों की सीमा से होते हुए गाजीपुर पहुंचता है।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Published By :  Monika
Update: 2021-11-17 10:44 GMT

उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य से मिलीं मेनका गांधी (फोटो : सोशल मीडिया )

Maneka Gandhi News: सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद मेनका गांधी (BJP MP Maneka Gandhi) ने आज उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) से उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के विकास कार्यों से संबंधित कई विषयों पर उनसे चर्चा की। लेकिन सबसे अहम उनके क्षेत्र के वो 120 गांवों की सड़कों का मुद्दा रहा जिसे मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने कल पूर्वांचल एक्सेप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) के उद्घाटन के बाद न्यूज ट्रैक से उठाया था। उन्होंने कहा था कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनना ऐतिहासिक है और इससे अब लोगों को सीधा लाभ भी मिलेगा।

इसी बातचीत में मेनका गांधी ने यह भी कहा था कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (Purvanchal Expressway) तो बन गया लेकिन हमारे संसदीय क्षेत्र के 120 गांवों की सड़कें बर्बाद (120 gaon ki sad barbad) हो गई हैं। इसे बनाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की थी। जिसके बाद आज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात इस पर चर्चा की।

गौरतलब है कि केशव प्रसाद मौर्य ही उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री हैं, वही यूपी की सड़कों (UP ki sadak) की दशा और दिशा बदलते हैं। यही वजह है कि आज सुल्तानपुर की सांसद ने केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात कर इन 120 गांवों की सड़कों के मरम्मत की बात की। जिसे कल उन्होंने न्यूज ट्रैक से सामने उठाया था।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से गाजीपुर तक (purvanchal expressway route map)

दरअसल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (purvanchal expressway) लखनऊ से गाजीपुर (Lucknow To Ghazipur) तक 431 किलोमीटर का बनाया गया है। ये नौ जिलों की सीमा से होते हुए गाजीपुर पहुंचता है। इसी में सुल्तानपुर (Sultanpur)  भी पड़ता हैं यहां इस एक्सप्रेसवे को बनाने में गांव की सड़कें बर्बाद हो गई हैं। जिसमें गिट्टी, मिट्टी ढुलाई समेत तमाम कार्यों के लिए ट्रक, डंफर समेत तमाम वाहन का इस्तेमाल होता था। इन्हीं भारी वाहनों की वजह से ये सड़कें बर्बाद (sadke barbad) हुई हैं। जिसे बनवाने के लिए मेनका गांधी सीएम से लेकर पीडब्लूडी मंत्री तक के सामने इस मुद्दे को उठा चुकी हैं।

पूर्वांचल एक्स्प्रेस-वे (purvanchal expressway) की खासियत जानिए?

यह 340.8 किमी लंबी 6 लेन का एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है।

यूपी की राजधानी लखनऊ से इसकी शुरुआत होती है, समाप्ति गाजीपुर का हैदरिया गांव है जो कि बिहार सीमा से 18 किमी दूर है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की लागत 22,494 करोड़ रुपये है जिसमें अधिग्रहित भूमि की कीमत भी शामिल है।

यह एक्सप्रेसवे यूपी के 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा।

छह लेन का यह एक्सप्रेसवे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है।

8 स्थानों पर फ्यूल पंप और 4 स्थानों पर सीएनजी स्टेशन।

8 प्रसाधन ब्लॉक और 8 जनसुविधा परिसर।

हर 500 मीटर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट का प्रावधान।

एक्सप्रेसवे पर युद्ध की स्थिति या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में यहां वायुसेना के विमानों की इमर्जेंसी लैंडिंग के लिए स्टेट हाइवे पर एयर स्ट्रिप होगी।

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