UP में बिजली संकट गहराया: सरकार ने विदेशी कोयले खरीदने का नहीं निकाला टेंडर, 30% कम हो सकती है सप्लाई

यूपी में इन दिनों बिजली संकट गहराया हुआ है। हाल ये है कि गांवों और तहसील स्तर पर तीन से चार घंटे तक कटौती की जा रही है। दूसरी तरफ, कोल इंडिया कभी भी 30% कोयले की कटौती कर सकता है।

Written By :  Shashwat Mishra
Update: 2022-06-08 12:55 GMT

यूपी में बिजली संकट (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Power Crisis In UP : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गांवों व तहसीलों में बिजली संकट (Power Crisis) गहराता जा रहा है। करीब दो करोड़ उपभोक्ताओं को तीन से चार घंटों की बिजली कटौती (Power Cut In UP) का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भी बीते दो से तीन दिनों में 100 से अधिक फॉल्ट मिले। जिससे अलग-अलग स्थानों में बिजली कटौती हो रही है। आलम यह है कि रोजाना 5 हजार से ज्यादा शिकायतें बिजली विभाग के सामने आ रही हैं। उनका निस्तारण विभाग के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है।

सरकार ने नहीं निकाला विदेशी कोयले खरीदने का टेंडर

केंद्र सरकार (Central government) ने विदेशी कोयला (Foreign Coal) खरीदने के लिए, 6 जून तक टेंडर निकालने का समय दिया था। लेकिन, अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने न तो टेंडर (Buying Foreign Coal Tender) निकाला है और न ही कोयले की ख़पत (Coal Consumption) पूरा करने का कोई दूसरा तरीका खोज़ा है।

30 फीसदी कम हो सकती है सप्लाई

बता दें, कि कोल इंडिया (Coal India) कभी भी 30 प्रतिशत कोयले की कटौती कर सकता है। जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, मौजूदा समय में ही उत्तर प्रदेश को मांग के अनुपात में 20-25 प्रतिशत कम कोयला मिल रहा है। इस वक़्त यूपी को 15-17 रैक कोयले की जरूरत है, लेकिन अभी अधिकतम 13 रैक कोयला ही मिल पाया है। वहीं, अभी बिजली की डिमांड (Power Demand In UP) लगभग 25 हजार मेगावाट है।

गांवों व तहसीलों में 4 घंटे तक कटौती

प्रदेश में बिजली संकट का हाल ये है कि आजकल गांवों और तहसील स्तर पर तीन से चार घंटे तक कटौती की जा रही है। जिससे आम लोगों को इस भीषण गर्मी में जूझना पड़ रहा है। 

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