देखें वीडियो : रायबरेली में भाजपा MLC व सपा विधायक में जुबानी जंग, एक दूसरे पर लगा रहे शर्मनाक आरोप
रायबरेली में भाजपा MLC और सपा विधायक का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों एक दूसरे पर शर्मनाक आरोप लगा रहे हैं।
रायबरेली: प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनावों की आहट देखकर रायबरेली (Raebareli) का राजनीतिक पारा भी गर्म होता जा रहा है। जिले में विधानसभा चुनाव की तैयारी करने वाले राजनेता भी आरोप प्रत्यारोप झड़ियां लगा रहे हैं। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में नेताओं के वायरल वीडियो को देखकर कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है। रायबरेली की राजनीति करने वाले नेताओं ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। हर कोई खुद को बाहुबली व राजनीति का बड़ा खिलाड़ी साबित करने में जुटा हुआ है।
बताया जा रहा है कि रायबरेली के राजनीतिक गलियारों में एक वीडियो वायरल हुआ। यह वीडियो रायबरेली के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का बताया जा रहा था, जिसमें वह दीनशाह गौरा में नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख के शपथ ग्रहण समारोह में मंच से अपने आपको न सिर्फ राजनीतिक मंझा हुआ खिलाड़ी बतलाने की कोशिश कर रहे थे, बल्कि अपने आपको सबसे बड़ा ताकतवर तक बतला दिया था।
इतना ही नहीं, उन्होंने इशारों-इशारों में पूर्व कैबिनेट मंत्री व सपा से ऊँचाहार विधायक मनोज पांडेय पर तंज कसते हुए कहा कि जो तम्बाकू मांग-मांग कर खाता हो, अब उनके दिन गए। ऊँचाहार से अब उनको विदाई दी जाएगी। आप खुद इस वीडियो को सुन सकते हैं और उनकी बात को समझ सकते हैं....
अब जैसे ही एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के मंच से दिए गए वक्तव्य का वीडियो सोशल मीडिया व राजनीतिक गलियारे में वायरल हुआ तो सपा नेताओं में खलबली मचना स्वाभाविक था। वीडियों को देखते ही सपा विधायक मनोज कुमार पाण्डेय ने पलटवार कर जनता के बीच में कहा कि जो मोदी फैक्ट्री में मोटर चोरी करता रहा हो और शहर के सुपर मार्केट में साइकिल चोरी करते पकड़ा गया हो, जिस पर चोरी के मुकदमे आज भी दर्ज हैं। वह इस तरह की बयानबाजी कर रहा है।
सबसे बड़ी बात यह है कि 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक है। पर कोई भी राजनेता विकास के मुद्दे पर कोई बात नहीं करता दिख रहा है। सभी सिर्फ अपने आपको बड़ा व ताकतवर बतलाने में आतुर दिखाई दे रहे हैं। रायबरेली जिले की पब्लिक किस तरह से इन बड़बोले नेताओं को सबक सिखाती है..यह देखने वाली बात होगी। पर मतदाताओं को अपना वोट देते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि वह किसे अपना प्रतिनिधि चुनते हैं और किसकी बात पर अधिक भरोसा करते हैं।