Raebareli News: घोड़े दौड़ाकर अब अपराधियों को पकड़ेगी रायबरेली पुलिस, पुरानी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर थानेदार ने दिया ये जवाब
Raebareli News: थाने के थानेदार यशवंत कुमार यादव ने अपराधों पर लगाम लगाने के लिये प्राचीन समय की तरह ही इस आधुनिक युग में भी वही विकल्प चुना।
Raebareli News: 21वीं सदी में हाईटेक युग (hi-tech era) चल रहा है। साइंटिस्ट से लेकर आम आदमी तक हाईटेक होता जा रहा। ऐसे समय में जब टेक्नोलॉजी का दौर चल रहा तब यूपी के रायबरेली पुलिस (Rae Bareli police) साइकिल और घोड़े पर सवार होकर अपराधियों को पकड़ने का ख्वाब देख रही है।
जरा गौर से इस घोड़े को देखिये यह कोई मामूली घोड़ा नही बल्कि रायबरेली पुलिस का वाहन है और इसका नाम 'मोहन' है। रात्रि में गश्त के दौरान इसी वाहन का एक थानेदार प्रयोग कर रहे है और उनके पीछे साइकिल (bicycle) से उनके हमराही चलते है अगर ऐसे में अपराधी दिख भी जाये तो पुलिस वही ढाए ढाए की ही तरह आवाज निकाल पाएगी और सांप निकलने के बाद सिर्फ लकीर पीटती दिखाई देगी।
दरअसल रायबरेली में कुल 18 थाने हैं जिनमें से एक थाना जो मुख्यालय के समीप है उसका नाम भदोखर थाना है और इस थाने के थानेदार यशवंत कुमार यादव ने अपराधों पर लगाम लगाने के लीये प्राचीन समय की तरह ही इस आधुनिक युग में भी वही विकल्प चुना और पुरानी प्रथा के अनुसार ही घोड़े व साइकिल की सवारी पसंद की। आइये पहले साहब के घोड़े की सेवा करने वाले सर्वेंट की जुबानी सुनवाते है कि किस तरह साहब इस घोड़े से रात्रि गस्त करते है।
गैर जनपद में तैनाती के दौरान भी कर चुके हैं घोड़े से पुलिसिंग
अब आप रायबरेली के भदोखर थाने के इन थानेदार महोदय को गौर से देखिये इनका नाम यशवंत कुमार यादव है। साहब का कहना है कि वह घोड़े से पुलिसिंग कोई नई नहीं कर रहे बल्कि इसके पहले गैर जनपद में तैनाती के दौरान भी इसी तरह घोड़े से पुलिसिंग कर रहे थे। अब रायबरेली के भदोखर थाने के इंचार्ज बने है तो यहां पर भी नई टेक्नालॉजी इस्तेमाल कर रहा हूँ ताकि अपराधों पर लगाम लगाई जा सके और चोरी की वारदातों के साथ साथ वारंटियों को गुप चुप तरीके से पकड़ सके। भदोखर थानेदार यशवंत कुमार यादव ने क्या कहा आप भी सुनिए और समझिए। इन्हें ये भी नहीं पता कि किसी भी कोतवाली में स्थापित व्यवस्था के विपरित कार्य करना , शासन की नियमो का ही उल्लघन नहीं अपितु अपनी सेवा नियमावली का भी उल्लंघन है।