Sitapur Crime News: सहायक लेखाकार का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
Sitapur Crime News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सहायक लेखाकार का रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Sitapur Crime News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सहायक लेखाकार का रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि सहायक लेखाकार आकाश जोशी अध्यापकों से रुपए ले रहा है। बताया जा रहा है कि यह रुपया ऑडिट के नाम पर सहायक लेखाकार अध्यापकों से ले रहा है।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बीएसए अजीत कुमार ने पूरे प्रकरण को लेकर दो सदस्यीय टीम गठित करते हुए पूरे मामले की जांच बैठा दी है। जांच कमेटी में दो एबीएसए नियुक्त किए गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो विकास खंड पिसावां के बीआरसी का बताया जा रहा है।
बीएसए अजीत कुमार का कहना है कि प्रकरण आज संज्ञान में आया है, क्योंकि कल मैं जिला मुख्यालय से बाहर था। विभागीय मीटिंग लखनऊ में थी इसलिए मैं वहां था। प्रकरण को संज्ञान में लेते ही दो सदस्यीय खंड शिक्षा अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है। जांच किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
जांच के उपरांत जो भी दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वीडियो में बहुत स्पष्ट नहीं था वह सारी चीजें जांच होने के उपरांत ही स्पष्ट हो पाएंगी। जांच के बाद ही सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने का मामला संज्ञान में आया है।
एंटी करप्शन की टीम ने घूसखोर दरोगा को किया था गिरफ्तार
इससे पहले भी प्रदेश में कई अधिकारियों और कर्मचारियों का घूस लेते वीडियो वायरल हुआ है। तो वहीं सिद्धार्थनगर में कुछ दिनों पहले एंटी करप्शन की टीम ने घूस ले रहे एक दरोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
जिले के धनघटा थाने पर तैनात दरोग राम मिलन यादव विवेचना के नाम पर 10 हजार के घूस ले रहा था। पकड़े गए आरोपी दरोगा के पास से घूस के 10 हजार रुपए भी बरामद किए गए थे।
एंटी करप्शन की टीम की इस कार्रवाई से जिले के पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। एंटी करप्शन की टीम ने धनघटा थाने पर तैनात दरोगा राममिलन यादव को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। दरोगा के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया था।
आपको बता दें कि पूरा मामला संत कबीर नगर जिले के धनघटा थाना क्षेत्र का है। जहां पर एक व्यक्ति से मारपीट के मामले में विवेचना से नाम निकालने के एवज में धनघटा थाने पर तैनात दरोगा राममिलन यादव ने 10 हजार घूस की मांग की थी। पीड़ित गरीब होने के कारण इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी।